
Modi on GST 2.0: अमेरिका से टैरिफ पर तनातनी के बीच भारत ने घरेलू अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए जिस कदम का ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 79वें स्वतंत्रता दिवस पर किया था, उस पर जीएसटी काउंसिल की बैठक में मुहर लगा दी गई। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने GST काउंसिल की ओर से मंजूर किए गए बड़े सुधारों की सराहना की। उन्होंने इसे 'आज़ादी के बाद का सबसे बड़ा फैसला' बताया। दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि GST अब और भी सरल हो गया है, उन्होंने इसे दिवाली से पहले का 'डबल धमाका' कहा है।
जीएसटी सुधारों की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस फैसले से गरीब, नव मध्यम वर्ग, मध्यम वर्ग की महिलाओं, छात्रों, किसानों और युवाओं को विशेष रूप से फायदा होगा। उन्होंने आगे कहा कि इससे "व्यापार करने में आसानी" होगी और रोजगार एवं निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि अब GST और भी ज्यादा सरल हो गया है। GST में सिर्फ दो ही स्लैब रखे गए हैं। एक 5 फीसदी का और दूसरा 18 फीसदी का। पीएम मोदी ने कहा कि 22 सितंबर... सोमवार यानी नवरात्रि से एक दिन पहले GST की नई दरें लागू हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में आगे बढ़ते भारत में जीएसटी में भी नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म किया गया है। जीएसटी-2 ये देश के लिए सपोर्ट और ग्रोथ का डबल डोज है।
पीएम मोदी ने कहा कि GST में रिफॉर्म्स से भारत की शानदार अर्थव्यवस्था में पंचरत्न जुड़े हैं। पहला, टैक्स सिस्टम कहीं अधिक सिम्पल हुआ। दूसरा, भारत के नागरिकों की क्वॉलिटी ऑफ लाइफ और बढ़ेगी। तीसरा, consumption और growth दोनों को नया booster मिलेगा। चौथा, ईज ऑफ डूईंग बिजनेस से निवेश और नौकरी को बल मिलेगा। पांचवां, विकसित भारत के लिए cooperative federalism और मजबूत होगी।
दिल्ली: GST सुधारों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि युवाओं के लिए एक और लाभ फिटनेस क्षेत्र में होने वाला है। जिम, सैलून, योग जैसी सेवाओं पर GST कम कर दिया गया है, जिसका अर्थ है कि हमारे युवा फिट होने के साथ-साथ हिट भी रहेंगे। सरकार युवाओं की फिटनेस बड़ा काम कर रही है। देश में मोटापा बहुत बड़ा चिंता का विषय है। लिहाजा फिट रहना युवाओं के लिए बहुत जरूरी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आवास पर राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि कभी-कभी हमें पता ही नहीं चलता कि विदेशी उत्पाद हमारे घर में कैसे आ गए। बच्चों को बैठकर उन सभी विदेशी चीज़ों की सूची बनानी चाहिए जिनका वे दिन भर में उपयोग करते हैं। आप एक पूरी नई पीढ़ी को प्रेरित कर सकते हैं। महात्मा गांधी ने जो काम हमारे लिए छोड़ा है, उसे पूरा करने का सौभाग्य हमें प्राप्त हुआ है।