भारत ने रूसी तेल खरीद पर ट्रंप की निकाल दी हवा, विदेश मंत्रालय ने कहा 'ऐसी कोई जानकारी नहीं '

MEA on Donald Trump Claims: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि उन्हें पीएम मोदी ने आश्वासन दिया है कि वो रूसी तेल खरीदना बंद कर देंगे। इस बीच भारत सरकार ने ट्रंप के दावे को खारिज कर दिया है। भारत के विदेशी मंत्रालय ने कहा कि ऐसी कोई बातचीत नहीं हुई है।

Jitendra Singh( विद इनपुट्स फ्रॉम लाइवमिंट.कॉम)
अपडेटेड16 Oct 2025, 08:51 PM IST
MEA on Donald Trump Claims: डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है।
MEA on Donald Trump Claims: डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है।

MEA on Donald Trump Claims: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इन दिनों अपने बयानों से पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोर रहे हैं। भले ही उन बयानों पर बाद में ट्रंप को यू-टर्न लेना पड़ा हो। हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि पीएम मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया था कि भारत रूसी तेल खरीदना बंद कर देगा। ट्रंप के इस बयान की भारत ने हवा निकाल दी है। भारत ने इस दावे पूरी तरह से खारिज कर दिया है। भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने स्पष्ट कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी और ट्रंप के बीच हाल में किसी तरह की फोन कॉल नहीं हुई है। मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को एक बयान में कहा, “मेरी जानकारी में ऐसा कोई बातचीत या फोन कॉल कल दोनों नेताओं के बीच नहीं हुआ।”

भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को साफ कर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कल (बुधवार) टेलीफोन पर कोई बातचीत नहीं हुई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साप्ताहिक ब्रीफिंग में कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच कल कोई बातचीत या फोन कॉल हुई, इसका मुझे कोई पता नहीं है।’

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रुसी तेल पर भड़का अमेरिका

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूसी तेल खरीद को लेकर भारत से चिढ़े हुए हैं। उस कारण उन्होंने भारतीय निर्यात पर कठोर टैरिफ लगा दिया है। इसके बावजूद भारत ने कई बार ट्रंप के रूस से तेल खरीद बंद करने की मांग को खारिज किया है। लेकिन इस अमेरिकी टैरिफ से भारत और चीन के संबंधों में गर्मजोशी आई है, जिसे अमेरिका अपना सबसे बड़ा दुश्मन मानता है। अब भारतीय व्यापारी कथित तौर पर देश के सरकारी रिफाइनरियों से रूसी तेल के लिए चीनी युआन में भुगतान करने का अनुरोध कर रहे हैं। अगर ऐसा होता है तो यह अमेरिका के लिए और बड़ा झटका होगा।

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ट्रंप ने कहा-'मोदी मेरे दोस्त हैं'

बुधवार देर रात जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या वह भारत को भरोसेमंद साझेदार मानते हैं, तो उन्होंने कहा, 'हां, बिल्कुल. वह (PM मोदी) मेरे दोस्त हैं। हमारे बहुत अच्छे संबंध हैं। मुझे यह पसंद नहीं आया कि भारत रूस से तेल खरीद रहा था। उन्होंने आज मुझे आश्वस्त किया कि अब भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा। यह एक बड़ा कदम है। अब हमें चीन से भी यही करना होगा।

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MEA ने दोहराई भारत की नीति

इन टिप्पणियों के जवाब में MEA ने पहले ही स्पष्ट किया था कि भारत की ऊर्जा नीति केवल राष्ट्रीय हित और भारतीय उपभोक्ताओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बनाई जाती है। मंत्रालय ने कहा कि भारत तेल और गैस का बड़ा आयातक है और उसकी प्राथमिकता हमेशा स्थिर कीमतें और सुरक्षित आपूर्ति सुनिश्चित करना रही है, जिसके लिए विविध स्रोतों से आयात किया जाता है।

भारत को तेल की खरीद पर रूस से कितना मिलता है डिस्काउंट?

भारत अपना करीब एक-तिहाई तेल रूस से खरीदता है। रूस की तरफ से भारत को अच्छा डिस्काउंट भी दिया जाता है। जानकारी के अनुसार रूस, भारत को तेल की खरीद पर 3-4 डॉलर प्रति बैरल का डिस्काउंट देता है। भारत के लिए रूस से तेल खरीदना काफी फायदेमंद है।

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