
TCS Layoffs 2025: देश की सबसे बड़ी आईटी सेक्टर की कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने अपने वर्कफोर्स में बड़ा बदलाव शुरू किया है। कंपनी ने लगभग 12,000 कर्मचारियों यानी अपने कुल वर्कफोर्स का 2 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी करने का विचार कर रही है। इस लेऑफ में उन कर्मचारियों को निशाना बनाया जाएगा, जो कंपनी के मुताबिक स्किल नहीं रखते हैं। हाालंकि, इस कदम से प्रभावित होने वाले कर्मचारियों को मुआवजे के रूप में 2 साल की एडवांस सैलरी देने की पेशकश की गई है। इसके साथ ही TCS ने कर्मचारियों के लिए करियर ट्रांजिशन और मेंटल हेल्थ हेल्प जैसे उपाय भी शुरू किए हैं।
देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी ने कर्मचारियों के सर्विस टेन्योर के आधार पर मुआवजे का स्ट्रक्चर तैयार किया है। मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी में जिन कर्मचारियों ने 10-15 साल तक की नौकरी पूरी की है, उन्हें 1.5 साल की सैलरी मुआवजे के रूप में दी जाएगी। वहीं, 15 साल से अधिक सर्विस टेन्योर वाले एंप्लाय को 2 साल के अतिरिक्त वेतन का भुगतान किया जाएगा। इसके अलावा, सभी प्रभावित कर्मचारियों को तीन महीने नोटिस पीरिएड की सैलरी भी दी जाएगी।
हालांकि, जो कर्मचारी 8 महीने से अधिक समय से बेंच पर हैं और उनके पास मौजूदा समय में कोई प्रोजेक्ट नहीं उन्हें केवल तीन महीने के नोटिस पीरिएड का वेतन दिया जाएगा। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने अपने एक स्टेटमेंट में कहा कि हमारी कंपनी के मूल्यों के अनुरूप इस कैशल पुनर्गठन पहल से प्रभावित कर्मचारियों को उनकी व्यक्तिगत परिस्थितियों के अनुसार सहायता और देखभाल की जाएगी।
वहीं, जो कर्मचारी अपने रिटायमेंट के करीब हैं, उन्हे अर्ली रिटायरमेंट की पेशकश की जा रही है। इस स्कीम के तहत एंप्लाय को सभी रिटायरमेंट से जुड़े फायदे दिए जाएंगे। इसके साथ ही सर्विस टेन्योर के आधार पर 6 महीने से 2 साल तक का वेतन भी दिया जाएगा। यह पहल उन कर्मचारियों के लिए फायदेमंद है, जो लंबे समय से कंपनी के साथ जुड़े हुए हैं और नए अवसर की तलाश कर रहे हैं।