
बिहार चुनाव में तेजस्वी यादव का स्थाई नौकरी वाला दाव
बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी को एक और झटका लगा है। मोहनिया विधानसभा सीट से आरजेडी प्रत्याशी श्वेता सुमन का नामांकन रद्द हो गया है। श्वेता सुमन मूल रूप से यूपी की रहने वाली हैं। अपना नामांकन रद्द होने के लिए श्वेता सुमन ने एनडीए गठबंधन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि उनके चुनाव लड़ने से एनडीए गठबंधन हार के डर से सहमा हुआ था। श्वेता सुमन ने बिहार का निवासी नहीं होने के सवाल पर कहा कि वो पिछले 20 साल से बिहार में रह रही हैं।
तेजस्वी यादव के दावे पर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि बिहार में लालू परिवार के शासन के दौरान जो जंगलराज चल रहा था उसे बिहार की जनता ने अपनी आंखों से देखा है। तेजस्वी यादव बिहार की जनता को मूर्ख ना समझें, आरजेडी के शासनकाल में बहू बेटियों का दिन में भी घर से निकलना मुश्किल होता था। शिक्षा, सड़क और कानून व्यवस्था बदहाल थी। लालू परिवार पर लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में नौकरी देने के एवज में जमीन लेने का आरोप है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तेजस्वी यादव के हर घर से एक सदस्य को नौकरी देने के वादे पर बीजेपी ने तंज कसा है। बीजेपी की तरफ से प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बिहार की आबादी करीब 13.5 करोड़ है। सभी परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का तेजस्वी यादव का दावा खोखला है। सभी घर के एक सदस्य को नौकरी देने का बजट बिहार के पूरे बजट से ज्यादा हो जाएगा। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि तेजस्वी यादव बदहवास होकर वादे कर रहे हैं। सरकारी नौकरी देने के बदले में जमीन लेने का आरोप लालू परिवार पर है।
तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने चुनावी घोषणा पत्र पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने स्थाई नौकरी वाला दाव चला लेकिन महागठबंधन के बीच चल रही तनातनी पर कुछ नहीं बोले। फ्रेंडली फाइट और साझा चुनाव प्रचार पर पूछे गए सवाल के जवाब में तेजस्वी यादव ने कहा कि वो इन सवालों का कल जवाब देंगे। गौरतलब है कि बिहार में 12 विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां महागठबंधन के घटक दल एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में उतरे हैं। इसके अलावा साझा चुनाव प्रचार को लेकर भी सभी दल चुप्पी साधे हुए हैं।
महागठबंधन में सीटों पर जारी घमासान और फ्रेंडली फाइट के बाद बढ़े विवाद को शांत करने की कोशिश शुरू हो चुकी है। राजस्थान के पूर्व सीएम और कांग्रेस के पर्यवेक्षक अशोक गहलोत पटना पहुंचे हैं। जहां थोड़ी देर में वो तेजस्वी यादव से मुलाकात करेंगे। मुलाकात के दौरान कांग्रेस-आरजेडी के बीच जिन मुद्दों को लेकर तनातनी चल रही है उसको सुलझाने की कोशिश होगी। साझा चुनाव प्रचार अभियान को आगे बढ़ाने पर भी चर्चा होगी। बताया जा रहा है कि सीएम फेस नहीं घोषित किए जाने से तेजस्वी यादव कांग्रेस से नाराज चल रहे हैं। अशोक गहलोत से बातचीत के बाद तेजस्वी को महागठबंधन का सीएम फेस घोषित किए जाने की संभावना है।
17 महीने उपमुख्यमंत्री रहने के दौरान साढ़े चार लाख नियोजित शिक्षकों को स्थाई नौकरी दी। तेजस्वी जो कहता है वो करता है। महंगाई के दौरा में आर्थिक न्याय करके रहेंगे। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार ने 7 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की घोषणा कर दी है वो कहां से देंगे। 20 दिनों के भीतर कानून बनाकर हर परिवार को सरकारी नौकरी देंगे। तेजस्वी के साथ बिहार का हर एक परिवार बिहार चलाने का काम करेगा।
मां योजना, म से मकान, ए से अन्न, अ से आमदनी, आर्थिक न्याय के तौर पर मकान, अन्न और आमदनी की सरकार हमारी सरकार करेगी। जितने संविदा कर्मचारी हैं उनके साथ शोषण होता है। बिना कारण बताए संविदा कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी जाती है। वेतन से हर महीने 18 प्रतिशत जीएसटी काटा जाता है। महिला कर्मचारियों को जरूरी छुट्टियां नहीं दी जाती है। पूरा सरकारी तंत्र इन्हीं संविदा कर्मचारियों पर टिका है। लेकिन इनकी नौकरी की गारंटी नहीं दी जाती। संविदा कर्मचारियों को स्थाई सरकारी नौकरी देंगे।
तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना चुनावी घोषणा पत्र साझा किया। इस दौरान उन्होंने कई घोषणाएं की। जिन परिवारों के पास सरकारी नौकरी नहीं होगी उस परिवार के एक शख्स को सरकारी नौकरी देंगे 20 दिन में नौकरी देने की प्रक्रिया पूरी करेंगे। एक ऐतिहासिक घोषणा करने जा रहे हैं, ये हमारा प्रण है, जो हम कह रहे हैं उसे पूरा करके रहेंगे। जीविका दीदियों के साथ एनडीए सरकार ने अन्याय किया। सभी जीविका सीएम दीदियों को सरकारी नौकरी देंगे। उनका वेतन 30 हजार रुपये प्रति महीना करेंगे। जीविका दीदियों का पूरा लोन माफ करेंगे। जीविका दीदी को 2 साल तक के लिए बिना ब्याज कर्ज देंगे। दूसरे सरकारी काम करवाने के लिए दो हजार रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे। पांच लाख रुपये तक का उनका बीमा सरकार करवाएगी।
बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार का शोर चरम पर है। सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ताबड़तोड़ चुनावी रैली में जुट गए हैं, इसी कड़ी में आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो चुनावी रैलियां करने जा रहे हैं। नीतीश कुमार की ये दोनों चुनावी रैली गोपालगंज जिले में होगी। मुख्यंमंत्री की पहली रैली सुबह 11 बजे गोपालगंज के भोरे विधानसभा क्षेत्र में होगी। भोरे के जीए उच्च विद्यालय के मैदान में मुख्यमंत्री जनसभा को संबोधित करेंगे। जबकि दूसरी रैली बरौली विधानसभा क्षेत्र में होगी, जहां सीएम मांझा के माधव हाई स्कूल ग्राउंड में एक जनसभा को संबोधित करेंगे