
छठ के बाद प्रचार के रण में तमाम पार्टियों के दिग्गजों का दम
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने दो वोटर आईडी के मामले पर कहा, "मैं 2019 से करगहर विधानसभा क्षेत्र से मतदाता हूँ। बीच में दो साल जब मैं कोलकाता में था, मैंने वहाँ अपना मतदाता पहचान पत्र बनवाया था। 2021 से, मेरा मतदाता पहचान पत्र करगहर का है। चुनाव आयोग ने SIR किया है उसे बाद भी मेरा नाम करगरह में हैं। अगर वे कह रहे हैं दूसरी जगह भी मेरा नाम है तो SIR करके सबको क्यों परेशान कर रहे थे? अब चुनाव आयोग इसपर झूठ-मूठ का कोई नोटिस जारी करेगा। इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है..."
महागठबंधन द्वारा बिहार चुनाव 2025 के लिए अपना घोषणापत्र जारी करने पर उन्होंने कहा, "यह लोगों को बेवकूफ बनाने का जरिया है। लड़ाई NDA और जन सुराज के बीच है।"
तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी के लोग बिहार को अपने कब्जे में करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बिहार में सिर्फ निगेटव बातें कर रहे हैं। बिहार में स्लो पोलिंग कराने की साजिश की जा रही है। हमलोग पोलिंग की वीडियोग्राफी कराएंगे। बीजेपी वालों की तानाशाही हमलोग चलने नहीं देंगे। अधिकारियों से भी आग्रह है कि आप इमानदारी से काम कीजिए, जो संविधान की शपथ आपलोगों ने ली है उसके मुताबिक काम कीजिए। बिहार की जनता सत्ता परिवर्तन के लिए बेताब है।
नीतीश कुमार को पुतले की तरह एनडीए में रखा गया है। अमित शाह जी ने साफ कह दिया है कि नीतीश कुमार इस बार मुख्यमंत्री नहीं बनने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक दल के नेता तय करेंगे कौन मुख्यमंत्री होगा। नीतीश जी का इस्तेमाल बीजेपी कर रही है। नीतीश कुमार के साथ हमारी सहानुभूति है। महागठबंधन ने पहले ही मुख्यमंत्री की घोषणा कर दिया है, मेरा नाम महागठबंधन ने सामने रहा है। एनडीए की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा आजतक किसी ने नाम सामने नहीं रखा है।
महागठबंधन की तरफ से संयुक्त चुनाव घोषणापत्र जारी किया जा रहा है। तेजस्वी यादव ने इस घोषणापत्र को तेजस्वी प्रण पत्र नाम दिया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि सिर्फ सरकार बनाना हमारा मकसद नहीं है हमें बिहार को बनाना है। महागठबंधन के सभी साथियों ने एकजुटज आपके सामने अपना संकल्प पत्र रखा है। ये हमलोगों को प्रण है कि हम बिहार को नंबर वन बनाएंगे। एक-एक घोषणा दिल से लिया हुआ प्रण है इसे किसी भी कीमत पर पूरा करेंगे।
बिहार चुनाव के लिए महागठबंधन की तरफ से आज साझा घोषणापत्र जारी किया जाएगा, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तेजस्वी के साथ महागठबंधन के तमाम नेता मौजूद रहेंगे। हालांकि राहुल गांधी इस साझा घोषणापत्र के जारी करने के दौरान पटना में मौजूद नहीं रहेंगे। पहले कयास लगाए जा रहे थे कि राहुल गांधी भी साझा घोषणापत्र जारी होने के मौके पर वहां मौजूद रह सकते हैं। दूसरी तरफ 30 अक्टूबर को एनडीए की तरफ से अपना साझा घोषणापत्र जारी किया जाएगा
अभी तक प्रशांत किशोर कई बीजेपी नेताओं पर दो-दो जगहों पर मतदाता सूची में नाम होने का आरोप लगा रहे थे। अब यही आरोप बीजेपी की तरफ से प्रशांत किशोर पर लगाया गया है। बीजेपी के आरोपों के मुताबिक प्रशांत किशोर के पास पश्चिम बंगाल और बिहार के सासाराम दोनों जगहों के वोटर कार्ड हैं। बीजेपी के मुताबिक पीके पश्चिम बंगाल और बिहार दोनों जगहों के मतदाता हैं। बीजेपी के आरोपों को देखते हुए प्रशांत किशोर की परेशानी बढ़ने कयास लगाए जाने हैं
कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने SIR को लेकर सवाल उठाया है, इस मामले पर उन्होंने कहा कि, “एसआईआर की घोषणा करें, बहुत ही वैधानिक तरीके से करें, समझ में आती है, लेकिन बिहार में जहां एसआईआर हुई थी, वहां अभी भी सभी सवालों के जवाब क्यों नहीं मिले हैं? अब तक चुनाव आयोग ने बिहार में जो एसआईआर की है, उसके भी हमारे जवाब दें कि कितने नए वोटर बने हैं, कितने घुसपैठियों के वोट काटे गए हैं...”
महागठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरे तेजस्वी यादव को नायक बताने वाले पोस्टर को लेकर घर में ही सवाल उठने लगे हैं। पार्टी के आला नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा है कि तेजस्वी यादव जननायक नहीं कहे जा सकते हैं। उन्हें जननायक बनने के लिए अभी लंबा सफर तय करना है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने SIR के दूसरे चरण पर कहा, "12 राज्यों में SIR होना है, चुनाव आयोग ने बहुत अच्छा फैसला लिया है। बिहार में SIR बहुत अच्छे से हुआ, SIR को लेकर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने जो हंगामा किया वो पूरी तरह फ्लॉप रहा। अब ये पूरे देश में होगा, बंगाल और तमिलनाडु में भी होगा... 12 राज्यों में SIR की योजना अच्छी है, हम इसका स्वागत करते हैं।"
बिहार में जारी विधानसभा चुनाव के घमासान के बीच आरजेडी ने बड़ी कार्रवाई की है। पार्टी ने बगवात कर चुनाव लड़ने वाले 27 बागियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। आरजेडी ने 27 अक्टूबर को 27 पार्टी नेताओं को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। पार्टी ने जिल लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया है उनमें कुछ मौजूद विधायक भी शामिल हैं। राजद ने परसा से सीटिंग विधायक छोटे लाल राय को पार्टी से निकाल दिया है। इनके अलावा, परिहार से रितू जायसवाल, कटिहार से पूर्व विधायक राम प्रकाश महतो, मुजफ्फरपुर से पूर्व विधायक अनिल सहनी, बड़हरा से पूर्व विधायक सरोज यादव, मुजफ्फरपुर से पूर्व विधान पार्षद गणेश भारती को पार्टी से निकाल बाहर किया है।