
बिहार के चुनावी रण में नए वक्फ कानून को लेकर बढ़ी सियासी तकरार
चुनाव आयोग ने बिहार के बाद देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में SIR यानी मतदाताओं की सघन जांच की घोषणा कर दी है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और केरल समेत देश के 12 राज्यों में SIR का दूसरा चरण शुरू किया जाएगा। SIR के दूसरे चरण की शुरुआत 28 अक्टूबर मंगलवार से होने जा रही है। हर घर पर जांच के लिए BLO यानी ब्लॉक लेवल अधिकारी तीन बार जाएंगे। गौरतलब है कि बंगाल, तमिलनाडु और केरल में अगले साल चुनाव होने वाले हैं, इन तीनों राज्यों में गैर-एनडीए सरकार है और यहां की स्थानीय सरकार SIR का विरोध कर रहे हैं। इन तीन राज्यों के अलावा लक्षद्वीप, यूपी, गोवा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, अंडमांड निकोबार और पुदुचेरी में भी SIR की जाएगी।
राहुल गांधी के बिहार विधानसभा चुनाव के रण में उतरने का ऐलान हो चुका है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी 29 अक्टूबर को बिहार में चुनाव प्रचार करेंगे। राहुल गांधी, तेजस्वी यादव के साथ मिलकर मुजफ्फरपुर और दरभंगा में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे। बिहार कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राजेश राठौड़ ने बयान जारी कर कहा कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी का इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में यह पहला चुनावी दौरा है। वो सकरा विधानसभा सीट से प्रत्याशी उमेश राम के समर्थन में अपनी पहली जनसभा को संबोधित करेंगे, जिसके बाद वो दरभंगा में राजद और महागठबंधन के उम्मीदवारों के समर्थन में कई जनसभाओं को संबोधित करेंगे। इस अभियान में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी उनके साथ मंच साझा करेंगे और संयुक्त रूप से जनसभाओं को संबोधित करेंगे।
जेल में बंद बाहुबली मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला लालगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं और उनके पिता जेल में बंद हैं। हाल ही में मुन्ना शुक्ला को पटना के बेऊर जेल से निकालकर भगलपुर सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया है। जिसके बाद बेटी शिवानी शुक्ला ने किसी अनहोनी की आशंका जताई है। शिवानी शुक्ला ने कहा कि उनके पिता को अगर कुछ होता है तो वो बिहार की एनडीए सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराएंगी। शिवानी शुक्ला ने कहा कि उनके पिता को मारने की साजिश रची जा रही है।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बिहार चुनाव में महागठबंधन की खींचतान को लेकर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की परतें खुलती नजर आ रही है और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की ताबड़तोड़ घोषणाओं से राहुल गांधी परेशान हो गए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि "घोटालाबाज परिवार के प्रतीक तेजस्वी यादव की घोषणाओं-दर-घोषणाओं से परेशान राहुल गांधी फिलहाल बिहार से हुए नदारद हैं। बिहार की सियासत अब दो जागीरों के बीच रस्साकसी में बदल गई है एक तरफ राहुल गांधी के हाथों में कांग्रेस की 'जागीर' और दूसरी तरफ तेजस्वी यादव की 'लालटेन'। वोट यात्रा के नाम पर दोनों साथ चले थे, लेकिन अब चुनाव की बेला पर एक-दूसरे से दो-दो हाथ करते दिख रहे हैं। बालहठ के मारे राहुल गांधी रूठ गए हैं और यादव जी अपनी ढपली अपना राग अलाप रहे हैं। यही असली चेहरा है महागठबंधन का।"
कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए अपनी 40 सदस्यीय स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में कुल पांच महिला प्रचारक हैं, जिनमें कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, मीरा कुमार, अल्का लांबा और रंजीत रंजन के नाम प्रमुख हैं। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम इस सूची में आठवें नंबर पर है। बिहार में भूपेश बघेल की मौजूदगी कांग्रेस के लिए काफी अहम मानी जा रही है। इस सूची में पार्टी ने कई अन्य वरिष्ठ नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी स्थान दिया है। इनमें दिग्विजय सिंह, चरणजीत सिंह चन्नी, सुखविंदर सिंह सुक्खू और अशोक गहलोत जैसे नाम शामिल हैं। राजस्थान में उप मुख्यमंत्री रह चुके और वर्तमान में छत्तीसगढ़ के प्रभारी सचिन पायलट का नाम भी स्टार प्रचारकों की सूची में है।
चुनाव आयोग द्वारा पूरे देश में SIR के पहले चरण की घोषणा किए जाने की रिपोर्ट पर बिहार सरकार में मंत्री संतोष कुमार सुमन ने कहा, "चुनाव आयोग स्पष्ट कर चुका है कि वे पूरे देश में इसको लागू करेंगे। बिहार में ये सफल रहा। विपक्ष द्वारा हाय तौबा मचाया गया था। लेकिन ये सफल रहा। किसी वैध वोटर का नाम नहीं कटा। ये अच्छी परंपरा है और इससे सही वोटर निकल कर आएंगे।"
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, "विपक्षी दलों, खासकर राजद, की विचारधारा चुनाव जीतने के लिए किसी भी हथकंडे का इस्तेमाल करने की है। हमारी लड़ाई इसी मानसिकता के खिलाफ है... भक्तियारपुर से NDA उम्मीदवार, LJP(रामविलास) नेता अरुण कुमार के काफिले पर आज विपक्षी दलों से जुड़े असामाजिक तत्वों ने हमला किया। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि राजद सोचती है कि समाज के वंचित वर्ग के लोग केवल वोट देने के लिए हैं, इन लोगों को समाज में उस स्तर तक नहीं पहुंचना चाहिए कि वे मुख्यधारा में शामिल हो सकें। इसीलिए जब भी दलित या पिछड़े वर्ग का कोई व्यक्ति शक्तिशाली होने लगता है, तो ये लोग उसे किसी भी तरह से धमकाने की कोशिश करते हैं... चिराग पासवान, LJP(रामविलास) और NDA ऐसे असामाजिक तत्वों से कभी समझौता नहीं करेगा। मेरी सरकार सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम बिहार में कभी भी 'जंगल राज' की वापसी नहीं होने देंगे..."
जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा, "तेजप्रताप, तेजस्वी यादव के लिए गले की फांस बन गए हैं। तेजप्रताप का बागी रुख अपनाना तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर एक बड़ा सवाल उठाता है। जो व्यक्ति अपने परिवार को एकजुट नहीं रख सकता, जो गठबंधन को एकसाथ नहीं बांध सकता, वह राज्य का नेतृत्व क्या करेगा? यह सच है कि किसी गठबंधन ने किसी को मुख्यमंत्री का चेहरा बना दिया लेकिन जब जनता की मुहर लगती है तब ही कोई मुख्यमंत्री बन पाता है। वहां कोई वैकेंसी नहीं है। नीतीश कुमार एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं।"