भारत की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी Flipkart जल्द ही शेयर बाजार में दस्तक देने की तैयारी कर रही है। Economic Times की एक रिपोर्ट के अनुसार, Flipkart अगले 12-15 महीनों के अंदर अपना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लॉन्च कर सकती है। $36 बिलियन वैल्यू और Walmart के स्वामित्व वाली यह कंपनी भारत के "न्यू इकोनॉमी" सेगमेंट में अब तक का सबसे बड़ा IPO ला सकती है।
सूत्रों का कहना है कि Flipkart ने IPO से पहले अपनी डॉमिसाइल (मुख्यालय) सिंगापुर से भारत ट्रांसफर करने के लिए आंतरिक मंजूरी ले ली है। कंपनी का लक्ष्य FY2026 की पहली तिमाही (Q1FY26) तक लिस्टिंग प्रक्रिया को पूरा करना है। हालांकि, Flipkart ने इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, Flipkart साल 2021 से IPO लाने की योजना बना रही थी। लेकिन FY23 में मार्केट की प्रतिकूल स्थिति के कारण इसे टाल दिया गया। हाल ही में स्टार्टअप IPOs की सफलता ने इस योजना को फिर से गति दी है।
एक सूत्र के अनुसार, “प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और यह साफ़ है कि निर्धारित समय सीमा में कंपनी पब्लिक हो जाएगी।”
Flipkart ने 2024 में लगभग $1 बिलियन की फंडिंग जुटाई। 2018 में Walmart द्वारा Flipkart का एक्वीजीशन भी भविष्य में IPO की तैयारी का हिस्सा था। Walmart, जिसका Flipkart में 81% स्टेक है, ने 2018 से अब तक कंपनी में $2 बिलियन से ज्यादा का निवेश किया है, जिसमें $600 मिलियन का निवेश 2024 में किया गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में ई-कॉमर्स सेक्टर ने दिसंबर 2024 में ₹1 लाख करोड़ की ग्रॉस सेल्स दर्ज की। इसमें Flipkart ने ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म के रूप में अपनी लीडरशिप बनाए रखी। इसके अलावा, नवंबर में ब्लैक फ्राइडे सेल के दौरान Flipkart और अन्य संबंधित कंपनियों को अच्छी-ख़ासी प्रतिक्रिया मिली।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि वैश्विक स्तर पर बड़ी इंटरनेट कंपनियां, जैसे साउथ कोरिया की Coupang, लिस्टिंग के बाद अच्छे रिजल्ट दिखा रही हैं। इससे साफ़ होता है कि ग्रोथ और मुनाफे वाली बड़ी कंपनियों को पब्लिक मार्केट पॉजिटिव नज़रिये से देख रहे हैं।
Flipkart की लिस्टिंग भारतीय मार्केट में ई-कॉमर्स सेक्टर के लिए एक नई दिशा तय कर सकती है।