
हाल के दिनों में भारतीय शेयर मार्केट ने जोरदार वापसी की है। कारण: मार्केट को उम्मीद है कि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) आगामी मौद्रिक नीति समिति (MPC) बैठक में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कुछ सहायक उपायों की घोषणा करेगा।
मार्केट को उम्मीद है कि RBI कैश रिजर्व रेशियो (CRR) में कमी कर सकता है, क्योंकि बैंकिंग सिस्टम अभी भी तंग लिक्विडिटी से जूझ रहा है और आर्थिक वृद्धि के बारे में चिंता जताई जा रही है। जुलाई-सितंबर 2024 के दौरान भारतीय GDP की ग्रोथ घटकर 5.4 प्रतिशत पर आ गई, जो पिछले सात तिमाहियों में सबसे कम ग्रोथ है। इससे यह साफ़ हो गया कि इस समय पॉलिसी में बदलाव या तत्काल हस्तक्षेप की जरुरत है।
इन बढ़ती उम्मीदों के बीच, Nifty और Sensex पिछले चार ट्रेडिंग सेशन में 2.3 प्रतिशत से ज़्यादा बढ़ चुके हैं। हालांकि, इस उछाल में सिर्फ़ कुछ ही शेयरों ने योगदान किया है, जबकि अन्य लगातार जूझ रहे हैं। इनमें से कई शेयरों में सितंबर तिमाही के नतीजों के बाद से गिरावट जारी है।
Nifty 50 के 50 शेयरों में से 23 शेयर इस समय में अपने हालिया ऊपरी लेवल से 15-41 प्रतिशत तक के भारी डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहे हैं। गिरावट में सबसे आगे है IndusInd Bank, जो अपने 1,694 रुपये के ऊपरी लेवल से 41.38 प्रतिशत नीचे ट्रेड कर रहा है।
सितंबर तिमाही के कमजोर नतीजों ने इस शेयर में तेज़ बिकवाली को ट्रिगर किया, जिससे यह नवंबर में 21 महीने के सबसे निचले लेवल पर पहुंच गया। नवंबर का महीना इस शेयर के लिए मार्च 2020 के बाद से सबसे बड़ी (27 प्रतिशत) गिरावट लेकर आया।
| कंपनी | 52-वीक हाई | 52-वीक हाई से गिरावट |
| IndusInd Bank | ₹1694.50 | 41.38% |
| Tata Motors | ₹1179 | 33.53% |
| Adani Enterprises | ₹3743 | 33.53% |
| Bajaj Auto | ₹12774 | 30.87% |
| Asian Paints | ₹3422.95 | 29.13% |
| SBI Life Insurance | ₹1936 | 26.38% |
| Hero MotoCorp | ₹6246.25 | 26.08% |
| Britannia Industries | ₹6469 | 25.50% |
| Oil And Natural Gas | ₹345 | 25.20% |
| Tata Consumer Products | ₹1253.42 | 24.05% |
| Coal India | ₹543.55 | 23.93% |
| सोर्स: Trendlyne | ||
ऑटोमोबाइल सेक्टर के शेयरों में भी भारी करेक्शन आया है। Tata Motors, Bajaj Auto, और Hero MotoCorp के शेयर क्रमशः 33.53 प्रतिशत, 30.87 प्रतिशत और 26.08 प्रतिशत नीचे जा चुके हैं। इसके अलावा, Tata Group के अन्य शेयर जैसे Tata Consumer Products, Tata Steel, और Trent में भी एक साल के सबसे ऊपरी लेवल से 24 प्रतिशत तक की गिरावट आई है।
FMCG के दिग्गज जैसे Nestlé India और Hindustan Unilever के शेयरों में भी उनके सितंबर तिमाही के नतीजों के बाद 20 प्रतिशत तक की गिरावट आई है।
Adani Group के स्टॉक्स, जिनमें Adani Enterprises और Adani Ports & SEZ शामिल हैं, के साथ-साथ PSU स्टॉक्स जैसे ONGC, Coal India और BPCL में भी तेज गिरावट आई है, जो 33.53 प्रतिशत तक की गिरावट देख चुके हैं। अन्य प्रमुख Nifty कंपनियों जैसे Asian Paints, SBI Life Insurance, Britannia Industries और Bajaj Finserv के स्टॉक्स में भी लगभग 30 प्रतिशत तक की गिरावट आई है।
डॉमेस्टिक ब्रोकरेज फर्म Kotak Institutional Equities ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा है कि हालिया करेक्शन ने मार्केट में कोई बड़े निवेश के मौके नहीं दिए हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वैल्यू और प्राइस के बीच का अंतर ज़्यादातर सेक्टर्स और स्टॉक्स में अभी भी काफी बड़ा बना हुआ है।।
SBI Capital Markets ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भले ही ग्रोथ अनुमान से कम रही हो, लेकिन RBI दिसंबर 2024 की पॉलिसी मीटिंग में रेपो रेट को स्थिर रख सकता है, जिसमें मुख्य रूप से महंगाई को काबू में रखने और बाहरी स्थिरता को प्राथमिकता दी जाएगी।
CPI महंगाई दर 6 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने और भारतीय रुपये का US डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचने के कारण लिक्विडिटी दबाव बढ़ गया है।
विदेशी मुद्रा भंडार में तेज गिरावट और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) संबंधी उतार-चढ़ाव के कारण RBI सतर्क रहेगा और US Federal Reserve की पॉलिसी पर निगाह रखेगा, साथ ही एक संतुलित ब्याज दर अंतर को बनाए रखने का प्रयास करेगा।
हालिया ऑउटफ्लो ने लिक्विडिटी की कमी को और बढ़ा दिया है, जिसके कारण नवंबर 2024 के अंत में कई वैरिएबल रेट रेपो (VRR) ऑक्शन देखे गए। रिपोर्ट के अनुसार, इस वजह से आगामी पॉलिसी डिक्लेरेशन में CRR में कटौती की उम्मीदों को और बढ़ावा मिल रहा है।
डिस्क्लेमर: ऊपर दिए गए विचार या सुझाव व्यक्तिगत, विशेषज्ञों या ब्रोकरेज फर्म के हैं, न कि मिंट के। निवेशकों से अनुरोध है कि निवेश का कोई भी फ़ैसला लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श ले लें।