
Sukanya Samriddhi Account: अगर आप बेटी के भविष्य को लेकर टेंशन में हैं तो अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। लाडली की पढ़ाई लिखाई, शादी में होने वाले खर्च आसानी से पूरे किए जा सकते हैं। इसके लिए सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में अकाउंट खुलवा सकते हैं। यह अकाउंट बैंक या पोस्ट ऑफिस में खुलवा सकते हैं। इस स्कीम का एक खास नियम है कि इसे 10 साल तक की बेटी के नाम से शुरू किया जा सकता है। यह अकाउंट अभिभावक के कंट्रोल में रहता है, जब तक बेटी 18 साल की नहीं हो जाती। स्कीम की मैच्योरिटी 21 साल है. हालांकि इसमें 15 साल ही निवेश करना होता है।
सुकन्या समृद्धि योजना बेहद पॉपुलर है, इस वजह से इसे लेकर कई तरह के सवाल भी सोशल मीडिया पर पूछे जाते हैं। बहुत से लोगों को यह पता है कि यह अकाउंट 2 बेटियों के नाम से खुल सकता है। लेकिन अगर पहली बार में जुड़वा बेटियां पैदा हुईं तो बाद में पैदा होने वाली बेटी के लिए अकाउंट खुल सकता है या नहीं। वहीं दूसरी बार में जुड़वा या ट्रिपलेट यानी 3 बेटियां पैदा हुईं और पहले से एक अकाउंट चल हा है तो क्या होगा? आइये जानते हैं विस्तार से
नियम के मुताबिक, एक परिवार में 2 बेटियों के लिए SSY अकाउंट खोला जा सकता है। एक बेटी के लिए सिर्फ एक अकाउंट खोला जा सकता है। लेकिन अगर उसी बेटी के नाम से दादा-दादी द्वारा खाता खोला जाता है तो उस अकाउंट को बंद कर दिया जाएगा और कंट्रोल कानूनी अभिभावक के पास रहेगा। वहीं एक परिवार अधिकतम 2 बेटियों के लिए SSY अकाउंट खोला जा सकता है। लेकिन, कुछ मामलों में अपवाद है, जैसे जुड़वा बेटी होने पर या एक साथ 3 बेटी पैदा होने पर।
अगर दूसरी जन्म में ट्विंस या ट्रिपलेट बेटियां होती हैं, तो सभी बेटियों के लिए SSY खाते खोले जा सकते हैं, भले ही पहले से एक बेटी के नाम पर अकाउंट चल रहा है। अगर पहली जन्म में ही ट्विंस या ट्रिपलेट बेटियां थीं, तो उन सभी के नाम पर अकाउंट खुल सकता है। लेकिन बाद में जन्मी एक या ज्यादा बेटियों के लिए कोई अतिरिक्त खाता नहीं खोला जा सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना में मौजूदा समय में आपको 8.2 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है। इसमें आप इस योजना में मिनिमम 250 रुपये सालाना और अधिकतम 1.5 लाख रुपये एक फाइनेंशियल ईयर में जमा कर सकते हैं। बेटी की 21 साल की उम्र होने पर यह योजना मैच्योर हो जाएगी। हालांकि, इस योजना में आपका निवेश कम से कम तब तक लॉक हो जाएगा जबतक की बेटी 18 साल की नहीं हो जाती। 18 साल के बाद भी कुल पैसों का 50 फीसदी निकाल सकते हैं। जिसका इस्तेमाल वो ग्रेजुएशन या आगे की पढ़ाई के लिए कर सकती है। इसके बाद सारा पैसा तभी निकाला जा सकता है जब वो 21 साल की उम्र की होगी।