
Mahila Rojgar Yojana next installment: बिहार सरकार की महिला रोजगार योजना उन स्कीमों में से है, जो सीधे महिलाओं की जेब तक आर्थिक मदद पहुंचाती हैं। ₹10,000 की आर्थिक सहायता वाली इस योजना की अगली किस्त जल्द आने वाली है। लेकिन कई महिलाओं को अब तक पैसा नहीं मिला है, ऐसे में सवाल उठता है, क्या सब कुछ ठीक है आपके खाते में?
इस योजना के तहत सरकार ने अब तक दो किस्तें भेजी हैं। कई महिलाओं को पैसा मिल चुका है, लेकिन कुछ के खाते अभी भी खाली हैं। सरकार ने बताया है कि पेमेंट एक साथ नहीं बल्कि फेज वाइज किया जा रहा है, ताकि हर लाभार्थी तक पैसा सही तरीके से पहुंचे।
राज्य सरकार के मुताबिक अगली किस्त कल यानी 6 अक्टूबर 2025 को भेजी जाएगी। इसके बाद की किस्तें इन तारीखों पर आएंगी- 17 अक्टूबर, 24 अक्टूबर, 31 अक्टूबर, 7 नवंबर, 14 नवंबर, 21 नवंबर, 28 नवंबर, 5 दिसंबर, 12 दिसंबर, 19 दिसंबर और 26 दिसंबर 2025।
जिन महिलाओं को अब तक किस्त नहीं मिली है, उनके लिए जरूरी है कि उनका बैंक खाता एक्टिव हो और उसमें ई-केवाईसी पूरी हो। अगर कोई जानकारी गलत है या KYC अधूरी है, तो किस्त अटक सकती है। सरकार ने बताया है कि सभी जिलों में खातों का सत्यापन पूरा हो चुका है, और अब डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए पैसा भेजा जाएगा।
अगर महिला रोजगार योजना के तहत ₹10,000 की मदद अब तक आपके खाते में नहीं आई है, तो सबसे पहले अपना बैंक खाता ठीक से चेक कर लें। कई बार आधार, मोबाइल नंबर या खाता डिटेल में छोटी सी गलती की वजह से पैसा अटक जाता है। इसके अलावा बैंक ब्रांच जाकर पूछताछ करें और अगर वहां से भी बात न बने तो अपने प्रखंड कार्यालय या महिला रोजगार योजना वाले दफ्तर में जाकर शिकायत दर्ज करवा दें। सरकार ने इसके लिए हेल्पलाइन नंबर और ऑनलाइन पोर्टल भी दिया है, जहां से आप घर बैठे शिकायत भेज सकती हैं।
ध्यान रहे, इस योजना का फायदा सिर्फ उन्हीं महिलाओं को मिलेगा जो किसी स्वयं सहायता ग्रुप से जुड़ी हैं और जिनका नाम बीपीएल सूची में है। अगर आप ग्रुप से नहीं जुड़ी हैं या बीपीएल कार्ड नहीं है, तो किस्त नहीं आएगी। हर शुक्रवार सरकार पैसे भेजती है, लेकिन अगर आपकी जानकारी अधूरी है तो पैसा रुक सकता है।
महिला रोजगार योजना सिर्फ एक स्कीम नहीं, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है। अगली किस्त की तारीख तय है, बस आपका खाता एक्टिव रहना चाहिए और केवाईसी पूरी होनी चाहिए।