
Pension Sakhi Yojana: महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से केंद्र सरकार की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने 9 दिसंबर 2024 को LIC बीमा सखी योजना लॉन्च की थी। इस योजना के बारे में अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। लाखों महिलाओं को इस योजना के जरिए रोजगार मिला है। इसी तरह अब पेंशन सखी योजना लॉन्च करने की तैयारी की गई है। 1 अक्टूबर को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने NPS दिवस के अवसर पर महिलाओं को ‘पेंशन सखी’ के रूप में ट्रेनिंग देने और उन्हें इंसेंटिव देने की अपील की है।
सीतारमण ने कहा कि नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) ने भारत में पेंशन अप्रोच को तेजी से बदला है। इसे सभी तबकों और वर्गों तक पहुंचाने की जरूरत है। ऐसे में इस योजना की पहुंच बढ़ाने के लिए सरकार पेंशन सखी योजना शुरू कर सकती है। इस योजना में महिलाएं पेंशन सखी बनकर NPS के बारे में जागरूक करेंगी और अधिक से अधिक लोगों के रजिस्ट्रेश कराएंगी।
NPS यानी नेशनल पेंशन सिस्टम सरकार द्वारा संचालित एक स्वैच्छिक योजना है। इस योजना में कोई भी 18 से 70 साल का भारतीय नागरिक निवेश कर सकता है। यहां तक कि NRI भी इसमें निवेश कर सकते हैं। इसमें निवेशक अपने हिसाब से इक्विटी, कॉर्पोरेट बांड और सरकारी सिक्योरिटी का मिश्रण चुन सकता है। यह स्कीम 8% से 10% का वार्षिक रिटर्न देती रही है। हालांकि NPS में पैसा 60 साल की उम्र तक नहीं निकाला जा सकता है, लेकिन टैक्स छूट काफी आकर्षक है। इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत ₹1.5 लाख और 80CCD(1B) के तहत अतिरिक्त ₹50,000 की छूट मिलती है।
LIC की इस योजना के जरिए महिलाओं को इंश्योरेंस एजेंट बनकर बेहतर करियर बनाने का सुनहरा मौका मिल रहा है। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 में बीमा सखियों को 62.36 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। वित्त वर्ष 2025-26 के लिए LIC (भारतीय जीवन बीमा निगम - LIC) ने 520 करोड़ रुपये का बजट रखा है, जिनमें से 14 जुलाई तक 115.13 करोड़ रुपये का भुगतान पहले ही हो चुका है।
बीमा सखी योजना लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन यानी एलआईसी की ओर महिलाओं के लिए शुरू की गई खास योजना है। इसमें 18 से लेकर 70 साल की महिलाओं के लिए को फायदा मिलता है। 10वीं पास महिलाओं को इस योजना में प्राथमिकता दी जाती है। इस योजना के तहत पहले महिलाओं को 3 साल तक ट्रेनिंग दी जाती है। इस दौरान उन्हें बीमा के बारे में सिखाया जाता है। ट्रेनिंग के दौरान पहले साल मंथली 7000 रुपये, दूसरे साल 6000 रुपये, और तीसरे साल 5000 रुपये प्रति महीना दिया जाता है। बीमा करने पर कमीशन ऊपर से दिया जाता है।