
जब बात आपकी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखने की आती है, तो फिक्स्ड डिपॉज़िट एक लोकप्रिय विकल्प है क्योंकि यह सुरक्षित होती है और तय रिटर्न देती है। लेकिन हर फिक्स्ड डिपॉज़िट एक जैसी नहीं होती।
टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट खास तौर पर टैक्स छूट देने के लिए बनाई गई है, जो आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर लाभ देती है। यह साधारण फिक्स्ड डिपॉज़िट से अलग होती है और निवेशकों को अतिरिक्त फायदा पहुंचाती है।
इस लेख में हम टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट और सामान्य फिक्स्ड डिपॉज़िट के बीच के मुख्य अंतर को समझेंगे ताकि आप यह तय कर सकें कि कौन-सी फिक्स्ड डिपॉज़िट आपके आर्थिक लक्ष्यों के लिए बेहतर है। चाहे आप टैक्स बचत करना चाहें, लिक्विडिटी चाहते हों या बेहतर रिटर्न, इन दोनों के बीच का अंतर समझना जरूरी है।
नीचे दिए गए बिंदुओं से आप टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट के बारे में बेहतर समझ पाएंगे:
अब जानते हैं कि सामान्य फिक्स्ड डिपॉज़िट कैसे काम करती है:
टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट और सामान्य फिक्स्ड डिपॉज़िट के बीच चुनाव करते समय आपकी वित्तीय स्थिति और टैक्स योजना को ध्यान में रखना चाहिए। नीचे कुछ बातें दी गई हैं जो आपकी मदद करेंगी:
टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट और सामान्य फिक्स्ड डिपॉज़िट दोनों ही सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश विकल्प हैं। लेकिन सही विकल्प का चुनाव आपकी जरूरतों और प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है।
हर प्रकार की फिक्स्ड डिपॉज़िट की विशेषताओं को समझकर ही निवेश करें ताकि आपका पैसा आपके वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार सही दिशा में बढ़े।