Tax Saver FD vs Normal FD: टैक्स सेविंग एफडी या नॉर्मल एफडी में निवेश करने से पहले जानिए कौन है बेहतर

टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट और सामान्य फिक्स्ड डिपॉज़िट के बीच चुनाव करते समय आपकी वित्तीय स्थिति और टैक्स योजना महत्वपूर्ण है। दोनों सुरक्षित हैं, लेकिन सही विकल्प आपकी जरूरतों पर निर्भर करता है।

Manali Rastogi
पब्लिश्ड7 Oct 2025, 03:38 PM IST
Tax Saver FD vs Normal FD: टैक्स सेविंग एफडी या नॉर्मल एफडी में निवेश करने से पहले जानिए कौन है बेहतर
Tax Saver FD vs Normal FD: टैक्स सेविंग एफडी या नॉर्मल एफडी में निवेश करने से पहले जानिए कौन है बेहतर

जब बात आपकी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखने की आती है, तो फिक्स्ड डिपॉज़िट एक लोकप्रिय विकल्प है क्योंकि यह सुरक्षित होती है और तय रिटर्न देती है। लेकिन हर फिक्स्ड डिपॉज़िट एक जैसी नहीं होती।

यह भी पढ़ें | कमल के फूल से लेकर मोर तक, करवा चौथ के लिए परफेक्ट हैं ये लेटेस्ट मेहंदी डिजाइन

टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट खास तौर पर टैक्स छूट देने के लिए बनाई गई है, जो आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर लाभ देती है। यह साधारण फिक्स्ड डिपॉज़िट से अलग होती है और निवेशकों को अतिरिक्त फायदा पहुंचाती है।

यह भी पढ़ें | म्यूचुअल फंड के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन KYC कैसे करें? जानिए सिंपल स्टेप्स में

इस लेख में हम टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट और सामान्य फिक्स्ड डिपॉज़िट के बीच के मुख्य अंतर को समझेंगे ताकि आप यह तय कर सकें कि कौन-सी फिक्स्ड डिपॉज़िट आपके आर्थिक लक्ष्यों के लिए बेहतर है। चाहे आप टैक्स बचत करना चाहें, लिक्विडिटी चाहते हों या बेहतर रिटर्न, इन दोनों के बीच का अंतर समझना जरूरी है।

टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉजिट को समझें

नीचे दिए गए बिंदुओं से आप टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट के बारे में बेहतर समझ पाएंगे:

  • टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत हर साल अधिकतम 1,50,000 रुपए तक की टैक्स छूट मिलती है।
  • यह लॉन्ग-टर्म निवेश होता है, क्योंकि इसमें 5 साल की लॉक-इन अवधि होती है। यानी आप 5 साल तक इस फिक्स्ड डिपॉज़िट से पैसे नहीं निकाल सकते या इसे समय से पहले बंद नहीं कर सकते।
  • न्यूनतम निवेश राशि 10,000 रुपए है और अधिकतम निवेश राशि 1,50,000 रुपए है। टैक्स छूट केवल 1,50,000 रुपए तक ही दी जाती है, चाहे आपने अन्य 80C निवेशों में पैसा लगाया हो।
  • टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट जॉइंट अकाउंट के रूप में भी खोला जा सकता है, लेकिन टैक्स छूट केवल पहले धारक (फर्स्ट होल्डर) को ही मिलेगी।

यह भी पढ़ें | निवेशक की मृत्यु के बाद म्यूचुअल फंड निवेश का क्या होता है? इसे कैसे करें क्लेम

रेगुलर फिक्स्ड डिपॉजिट को समझें

अब जानते हैं कि सामान्य फिक्स्ड डिपॉज़िट कैसे काम करती है:

  • सामान्य फिक्स्ड डिपॉज़िट में अवधि (Tenure) का चुनाव बहुत लचीला होता है 7 दिन से लेकर 10 साल तक, जबकि टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट में 5 साल की निश्चित अवधि होती है। इससे आप अपनी जरूरत के अनुसार शॉर्ट-टर्म या लॉन्ग-टर्म फिक्स्ड डिपॉज़िट चुन सकते हैं।
  • सामान्य फिक्स्ड डिपॉज़िट में ब्याज दरें निवेश राशि और अवधि के अनुसार अलग-अलग होती हैं।
  • आप चाहें तो सामान्य फिक्स्ड डिपॉज़िट को मियाद से पहले भी तोड़ सकते हैं, हालांकि ऐसा करने पर ब्याज दर में कुछ कटौती (Penalty) लग सकती है।
  • फिक्स्ड डिपॉज़िट पर मिला ब्याज आपकी कुल आय में जोड़ा जाता है, और आपकी इनकम टैक्स स्लैब के अनुसार उस पर टैक्स लगता है। साथ ही, यदि सालभर में ब्याज 40,000 रुपए से ज्यादा हो जाए तो बैंक TDS (टैक्स डिडक्शन एट सोर्स) काटता है।

यह भी पढ़ें | ऑनलाइन और ऑफलाइन कैसे चेक करें PPF बैलेंस? यहां चेक करें स्टेप बाय स्टेप गाइड

अपने निवेश के लिए सही फिक्स्ड डिपॉज़िट कैसे चुनें?

टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट और सामान्य फिक्स्ड डिपॉज़िट के बीच चुनाव करते समय आपकी वित्तीय स्थिति और टैक्स योजना को ध्यान में रखना चाहिए। नीचे कुछ बातें दी गई हैं जो आपकी मदद करेंगी:

  • अगर आपका मुख्य उद्देश्य टैक्स बचाना है, तो टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट चुनना सही रहेगा। यह धारा 80C के तहत टैक्स छूट देकर आपकी टैक्स देनदारी कम करती है।
  • अगर आपको भविष्य में अपने पैसे की जरूरत जल्दी पड़ सकती है, तो सामान्य फिक्स्ड डिपॉज़िट चुनें। इसमें पैसे निकालने और अवधि चुनने की अधिक लचीलापन होता है। टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट में पैसे 5 साल तक लॉक रहते हैं, इसलिए उसमें लिक्विडिटी (तुरंत पैसे निकालने की सुविधा) नहीं होती।
  • अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं और साथ ही टैक्स बचाना भी चाहते हैं, तो टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट एक अच्छा विकल्प है। यह आपको अनुशासन के साथ बचत करने में भी मदद करता है।

टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट और सामान्य फिक्स्ड डिपॉज़िट दोनों ही सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश विकल्प हैं। लेकिन सही विकल्प का चुनाव आपकी जरूरतों और प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है।

  • अगर आप टैक्स बचाना चाहते हैं और 5 साल के लॉक-इन पीरियड से सहज हैं, तो टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट आपके लिए उपयुक्त है।
  • अगर आप लचीलेपन और तुरंत निकासी की सुविधा चाहते हैं, तो सामान्य फिक्स्ड डिपॉज़िट बेहतर विकल्प है।

हर प्रकार की फिक्स्ड डिपॉज़िट की विशेषताओं को समझकर ही निवेश करें ताकि आपका पैसा आपके वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार सही दिशा में बढ़े।

Catch all the Business News, Market News, Breaking News Events and Latest News Updates on Live Mint. Download The Mint News App to get Daily Market Updates.

बिजनेस न्यूज़मनीTax Saver FD vs Normal FD: टैक्स सेविंग एफडी या नॉर्मल एफडी में निवेश करने से पहले जानिए कौन है बेहतर
More
बिजनेस न्यूज़मनीTax Saver FD vs Normal FD: टैक्स सेविंग एफडी या नॉर्मल एफडी में निवेश करने से पहले जानिए कौन है बेहतर