
Gold Buying tips on Dhanteras: दिवाली अब बस कुछ ही दिन दूर है और उससे पहले आता है धनतेरस। इस दिन सोना खरीदना सबसे शुभ माना जाता है। चाहे वो सोने का सिक्का हो या कोई खूबसूरत गहना, इस दिन सोना घर लाना समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। लेकिन सिर्फ भाव देखकर खरीदारी करने से पहले कुछ जरूरी बातें जान लेना समझदारी होगी। चलिए जानें वो 7 बातें जिन्हें सोना खरीदने से पहले जानना फायदा का सौदा रहेगा।
सोने की कीमत हर दिन बदलती है और हर शहर में अलग होती है। दिल्ली, मुंबई, जयपुर या शिमला, हर जगह का रेट थोड़ा अलग हो सकता है। इसलिए शोरूम जाने से पहले अपने शहर का 22 कैरेट और 24 कैरेट गोल्ड का भाव ऑनलाइन या लोकल जौहरी से जरूर जान लें। इससे आप ओवरचार्ज होने से बचेंगे।
हॉलमार्क एक सरकारी मुहर होती है जो सोने की शुद्धता की गारंटी देती है। हॉलमार्क में ये 5 चीजें होती हैं- BIS का लोगो, कैरेट की जानकारी (जैसे 22K, 18K), HUID नंबर (हर गहने का यूनिक कोड), जौहरी की पहचान और टेस्टिंग सेंटर का मार्क। अगर ये सब नहीं है, तो सोना नकली या कम शुद्ध हो सकता है।
गहनों को डिजाइन करने में जो मेहनत लगती है, उसका खर्च मेकिंग चार्ज कहलाता है। ये प्रति ग्राम या कुल कीमत का प्रतिशत हो सकता है (जैसे 8% या ₹500/ग्राम)। सिंपल डिजाइन में कम चार्ज लगता है, हेवी वर्क में ज्यादा। त्योहारों पर कई ज्वेलर्स मेकिंग चार्ज कम या माफ भी कर देते हैं। वेस्टेज चार्ज उस सोने के नुकसान का होता है जो डिजाइनिंग में बर्बाद होता है। इसे भी समझें और पूछें।
सोने की खरीद पर 3% GST लगता है। उदाहरण के लिए ₹50,000 के गहनों पर ₹1,500 GST लगेगा। ये टैक्स हर तरह के सोने पर लागू होता है, चाहे वो गहने हो या सिक्के या गोल्ड बार आदि। बिल में GST अलग से लिखा होना चाहिए।
सोने की शुद्धता को कैरेट में मापा जाता है। 24 कैरेट गोल्ड सबसे शुद्ध होता है (99.9%) लेकिन ये बहुत नरम होता है, इसलिए इससे गहने नहीं बनते। 22 कैरेट गोल्ड (91.6%) से ज्यादातर गहने बनते हैं। 18 या 14 कैरेट में सोना और धातुओं का मिश्रण होता है, जो फैशन जूलरी में इस्तेमाल होता है। गहना खरीदते वक्त कैरेट की जानकारी जरूर लें।
अगर आप भविष्य में वही गहना वापस बेचते हैं, तो जौहरी मेकिंग चार्ज काटेगा या नहीं ये पहले ही पूछ लें। कुछ ज्वेलर्स फुल रेट देते हैं, कुछ कटौती करते हैं। बाय-बैक की शर्तें क्लियर हों तो बाद में कोई परेशानी नहीं होगी।
सबसे जरूरी, जौहरी से गहने खरीदने के बाद बिल लेना ना भूलें। बिल में ये सब साफ-साफ लिखा होना चाहिए- सोने की शुद्धता (कैरेट), वजन (ग्राम में), मेकिंग चार्ज, जीएसटी और HUID नंबर। बिना बिल के खरीदी गई चीज पर बाद में दावा करना मुश्किल होता है।