
Tomato Price Hike in Delhi: राजधानी दिल्ली में टमाटर के आसमान छूते दामों ने आम जनता की रसोई का स्वाद फीका कर दिया है। सब्जियों की थाली में सबसे जरूरी माने जाने वाले टमाटर की कीमतें पिछले कुछ हफ्तों से लगातार बढ़ रही थीं, जिससे मध्यम वर्ग और निम्न आय वर्ग के लोगों की जेब पर सीधा असर पड़ा। इस महंगाई से राहत दिलाने के लिए अब केंद्र सरकार ने सक्रिय पहल की है।राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (NCCF) के जरिए अब टमाटर सस्ते दामों पर बेचे जा रहे हैं, ताकि लोगों की जेब पर पड़ रहा महंगाई का बोझ कम हो सके।
दिल्ली की एशिया की सबसे बड़ी सब्जी मंडी, आजादपुर मंडी से टमाटर खरीदकर NCCF इन्हें 47 से 60 रुपये प्रति किलो की दर पर बेच रहा है। ये कीमत मौजूदा बाजार भाव से काफी कम है। योजना के तहत नेहरू प्लेस, उद्योग भवन, पटेल चौक और राजीव चौक जैसे स्थायी आउटलेट्स पर टमाटर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसके अलावा, छह से सात मोबाइल वैन भी तैनात की गई हैं जो दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में सस्ते टमाटर पहुंचा रही हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस योजना का लाभ उठा सकें।
सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, यह योजना 4 अगस्त 2025 से शुरू हुई थी और अब तक 27,307 किलो से ज्यादा टमाटर नियंत्रित दामों पर बेचे जा चुके हैं।
जुलाई के आखिरी हफ्ते में भारी बारिश और आपूर्ति श्रृंखला में रुकावट के कारण दिल्ली में टमाटर की कीमतें अचानक 85 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई थीं। हालांकि, अब मंडी में आवक बढ़ने लगी है और कीमतें धीरे-धीरे घट रही हैं। खुदरा बाजार में अब टमाटर 73 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है, लेकिन सरकार चाहती है कि उपभोक्ताओं को तुरंत राहत मिले, इसलिए यह विशेष बिक्री शुरू की गई है।
दिल्ली में जहां कीमतें हाल ही में बढ़ी हैं, वहीं चेन्नई और मुंबई जैसे बड़े शहरों में टमाटर 50 से 58 रुपये प्रति किलो के बीच बिक रहे हैं। सरकार का कहना है कि दिल्ली में हुए दाम में इजाफा अस्थायी है और आपूर्ति सामान्य होने पर कीमतें फिर से स्थिर हो जाएंगी।
टमाटर के साथ-साथ प्याज की कीमतों में संभावित बढ़ोतरी को लेकर भी सरकार सतर्क है। इसके लिए 3 लाख टन प्याज का बफर स्टॉक तैयार किया गया है, जिसे सितंबर से बाजार में उतारा जाएगा ताकि कीमतें नियंत्रण में रहें। सरकार का उद्देश्य है कि रोजमर्रा की रसोई की जरूरी चीजें आम लोगों की पहुंच में बनी रहें।