बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बड़ा ऐलान करते हुए बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवा महिलाओं को मिलने वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन में जबरदस्त बढ़ोतरी कर दी है। अब हर लाभार्थी को ₹1100 महीना मिलेगा, जो पहले ₹400 था।
X पर किया ऐलान, जुलाई से मिलेगी बढ़ी हुई रकम
नीतीश कुमार ने शनिवार, 21 जून को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी देते हुए कहा, "सभी लाभार्थियों को अब जुलाई से ₹1100 प्रति माह की पेंशन दी जाएगी। ये रकम हर महीने की 10 तारीख को सीधा उनके बैंक अकाउंट में भेजी जाएगी।"
उन्होंने कहा कि इस स्कीम से 1 करोड़ 9 लाख 69 हजार 255 लोगों को सीधा फायदा मिलेगा। ये फैसला उन गरीब और जरूरतमंद तबकों के लिए बड़ी राहत बनकर आया है, जो सालों से ₹400 जैसी मामूली रकम पर गुजारा कर रहे थे।
बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान भले ही नहीं किया है, लेकिन सियासी हलचलें तेज हो गई हैं।
ऐसे वक्त में नीतीश कुमार का ये पेंशन वाला फैसला राजनीतिक तौर पर भी बेहद अहम माना जा रहा है। विपक्ष इसे चुनावी स्टंट बता रहा है, वहीं जेडीयू समर्थक इसे नीतीश कुमार की 'समाजवादी सोच' का हिस्सा बता रहे हैं।
20 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के सिवान में ₹5200 करोड़ की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इसके पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने 15 मई को 'शिक्षा न्याय संवाद' की शुरुआत की थी। यानी साफ है कि सभी पार्टियां अब बिहार में अपनी पकड़ मजबूत करने में जुट गई हैं।
बिहार चुनाव 2025 में मुकाबला सीधा नीतीश कुमार की अगुवाई वाले एनडीए और तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच है। एनडीए में इस बार भी जेडीयू और बीजेपी साथ हैं, वहीं दूसरी ओर महागठबंधन में कुल 6 पार्टियां शामिल हैं- राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस, विकासशील इंसान पार्टी (VIP), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI), भाकपा (माले) लिबरेशन (CPIML-L), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPIM)।
तेजस्वी यादव इस पूरे गठबंधन के चेयरपर्सन हैं और इस बार वह नीतीश कुमार और बीजेपी को सीधी चुनौती देने के मूड में हैं।