Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद विमान हादसे के बाद भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (Directorate General of Civil Aviation - DGCA) ने बड़ा फैसला लिया है। DGCA ने बोइंग के सभी ड्रीमलाइनर विमानों की जांच करने का फैसला किया है। 15 जून से सभी बोइंग विमानों की विशेष जांच होगी। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने यह फैसला गुरुवार को अहमदाबाद विमान हादसे के बाद लिया है। डीजीसीए ने एयर इंडिया को आदेश देते हुए कहा कि वह 15 जून से भारत से उड़ान भरने से पहले बोइंग सीरीज के हर विमान की जांच कर ले। इसके अलावा विमानों में सुरक्षा के सभी मानकों की जांच होगी। इसके साथ ही टेक ऑफ के मानकों की भी जांच होगी।
DGCA ने उड़ान से पहले कई अहम तकनीकी जांचों का निर्देश दिया हैं। जिसमें फ्यूल पैरामीटर मॉनिटरिंग, कैबिन एयर कंप्रेसर सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक इंजन कंट्रोल टेस्ट, इंजन फ्यूल एक्टुएटर ऑपरेशन, ऑयल सिस्टम और हाइड्रोलिक सिस्टम की सेवा जांच शामिल है। हर उड़ान से पहले जांच की जाएगी। इसके साथ ही टेकऑफ से पहले के पैरामीटर्स की पूरी समीक्षा करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, एयर इंडिया के बेड़े में टाटा समूह के 26 बोइंग 787-8 और 7 बोइंग 787-9 विमान शामिल हैं। ये जांच पड़ातल का काम डीजीसीए के संबंधित क्षेत्रीय कार्यालयों के समन्वय से और जेनएक्स इंजन से लैस विमानों पर की जाएगी। यह निर्देश अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने वाले बोइंग 787-7 ड्रीमलाइनर के दुर्घटनाग्रस्त होने के एक दिन बाद आया है। विमान में चालक दल सहित 242 लोग सवार थे। हादसे में 241 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक यात्री चमत्कारिक रूप से बच गया। उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
हादसे के बाद शुक्रवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और अन्य केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया। अधिकारियों ने अभी तक जांच के संबंध में कोई जानकारी शेयर नहीं की है। जांच की जिम्मेदारी नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) को सौंपी गई है।