
Air India Birmingham incident: देश में बोइंग 787 विमानों की उड़ानें लगातार चर्चा में हैं। ताजा मामला एयर इंडिया की एक फ्लाइट में तकनीकी गड़बड़ी का है, जिसके बाद रविवार को पायलटों के संगठन ‘फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स’ (FIP) ने विमानन सुरक्षा नियामक (DGCA) से इन विमानों की बिजली प्रणाली की गहराई से जांच की मांग की है।
FIP ने DGCA को पत्र लिखा है, जिसमें बताया गया कि 4 अक्टूबर को अमृतसर से बर्मिंघम जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में लैंडिंग से ठीक पहले ‘रैम एयर टर्बाइन’ (RAT) अचानक एक्टिव हो गया। टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने बयान में कहा कि फ्लाइट सुरक्षित लैंड कर गई, लेकिन RAT का एक्टिव होना अप्रत्याशित था।
RAT एक ऐसा इमरजेंसी सिस्टम है जो तब चालू होता है जब दोनों इंजन बंद हो जाएं या इलेक्ट्रॉनिक/हाइड्रोलिक सिस्टम पूरी तरह फेल हो जाए। ये हवा की ताकत से एनर्जी पैदा करता है ताकि विमान को कंट्रोल में रखा जा सके।
FIP के अध्यक्ष जी.एस. रंधावा ने डीजीसीए को लिखे पत्र में कहा कि विमान की हेल्थ रिपोर्ट (AHM) में ‘बस पावर कंट्रोल यूनिट’ (BPCU) में खराबी पाई गई है। यही वजह हो सकती है कि RAT अपने आप चालू हो गया। BPCU विमान की बिजली सप्लाई से जुड़ा अहम हिस्सा होता है।
इस साल जून में एयर इंडिया के बोइंग 787 विमान के साथ एक बड़ा हादसा हुआ था। इस दुर्घटना के पीछे इंजन फेल होना, हाइड्रोलिक या इलेक्ट्रिकल सिस्टम में खराबी, या फिर सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी जैसे कई संभावित कारण सामने आ रहे हैं।
पायलटों के संगठन ने अपने पत्र में साफ कहा है कि बी-787 विमानों में पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्रालय और विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) से अपील की है कि देश में मौजूद सभी बोइंग 787 विमानों की बिजली प्रणाली की गहराई से जांच की जाए।
गौरतलब है कि इस साल 12 जून को एयर इंडिया का बोइंग 787-8 विमान, फ्लाइट नंबर AI 171, अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भर रहा था। लेकिन उड़ान शुरू होते ही विमान एक मेडिकल कॉलेज परिसर में गिर गया, जिसमें 241 यात्रियों समेत कुल 260 लोगों की जान चली गई।
इस हादसे की जांच AAIB कर रहा है। जुलाई में आई शुरुआती रिपोर्ट में बताया गया कि विमान के इंजन फ्यूल कंट्रोल स्विच उड़ान के कुछ सेकंड बाद ही बंद हो गए थे। रिपोर्ट में ये भी सामने आया कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा, "तुमने ऐसा क्यों किया?", और जवाब मिला, "मैंने ऐसा नहीं किया"।