
Aaj ka itihaas: इतिहास की किताबों में कुछ तारीखें ऐसी होती हैं जो कई अहम मोड़ों की गवाह बनती हैं। 7 अक्टूबर भी ऐसी ही एक तारीख है, जब भारत और दुनिया में कई बड़े फैसले, घटनाएं और बदलाव हुए।
7 अक्टूबर 1586 को मुगल बादशाह अकबर की सेना ने कश्मीर में प्रवेश किया। उस समय वहां चक वंश का शासन था और युसुफ शाह चक अंतिम प्रभावशाली शासक थे। मुगलों की रणनीतिक ताकत के सामने चक वंश टिक नहीं पाया और युसुफ शाह ने आत्मसमर्पण कर दिया। इसके साथ ही कश्मीर मुगल साम्राज्य का हिस्सा बन गया।
अकबर की नीति थी कि भारत के सभी प्रमुख क्षेत्रों को मुगल शासन में लाया जाए। कश्मीर न सिर्फ रणनीतिक रूप से अहम था, बल्कि सांस्कृतिक और व्यापारिक दृष्टि से भी समृद्ध था। मुगलों के आने के बाद वहां प्रशासन, कला और स्थापत्य का नया दौर शुरू हुआ।
7 अक्टूबर 1950 के दिन ही मदर टेरेसा को वेटिकन से मंजूरी मिली कि वो एक नई संस्था शुरू कर सकती हैं जिसका नाम रखा गया मिशनरीज ऑफ चैरिटी। इसकी शुरुआत कोलकाता से सिर्फ 13 लोगों के साथ हुई थी। गरीबों, बीमारों और बेसहारा लोगों की सेवा करने के इरादे से इस संस्था की शुरुआत हुई थी। धीरे-धीरे ये छोटा सा समूह एक बड़ा आंदोलन बन गया। आज इस संस्था से जुड़े लाखों लोग देशभर में सैकड़ों अनाथालय, अस्पताल और सेवा केंद्र चला रहे हैं।
इस दिन बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवात ने 20,000 छोटे जहाजों को समुद्र में डुबो दिया और करीब तीन लाख लोगों की मौत हुई। इसे भारत की सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदाओं में गिना जाता है।
1840: विलेम द्वितीय नीदरलैंड के राजा बने
1868: अमेरिका में कोर्नेल यूनिवर्सिटी खुली। इसमें 412 विद्यार्थियों का नामांकन हुआ था जो उस समय की सबसे बड़ी संख्या थी।
1919: गांधीजी की पत्रिका ‘नवजीवन’ का प्रकाशन
1942: अमेरिका-ब्रिटेन ने संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की घोषणा की
1952: चंडीगढ़ को पंजाब की राजधानी बनाया गया
1959: सोवियत यान लूनर-3 ने चंद्रमा के छिपे हिस्से की तस्वीर ली
1977: सोवियत संघ ने चौथा संविधान अंगीकार किया
1992: भारत में रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) का गठन
1997: नेपाल में सूर्य बहादुर थापा ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली
2000: WWF इंडिया को पहला राजीव गांधी वन्यजीव संरक्षण पुरस्कार मिला
2001: अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ ‘ऑपरेशन एंड्योरिंग फ्रीडम’ शुरू किया
2003: पाकिस्तान के राष्ट्रपति मुशर्रफ ने कट्टरपंथियों के खिलाफ अभियान जारी रखा
2004: जर्मनी ने भारत की सुरक्षा परिषद दावेदारी का समर्थन किया
2008: फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास भारत दौरे पर आए
2011: लाइबेरिया की राष्ट्रपति एलेन जानसन सरलीफ और शांति व महिला अधिकार कार्यकर्ता लीमेह जीबोई तथा यमन की तवाकुल करमान को शांति के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की गई।