सोयाबीन चंक्स में भरपूर प्रोटीन होता है। शाकाहारी लोगों के लिए यह प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। यह शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और कमजोरी दूर करता है। जिन लोगों को जिम या एक्सरसाइज करनी होती है, उनके लिए यह सुपरफूड है।
जो लोग मांसाहारी खाना नहीं खाते हैं उनके लिए सोयाबीन चंक्स एक शानदार विकल्प है। इसका स्वाद पकाने के बाद नॉन-वेज जैसा लगता है, इसलिए इसे शाकाहारी वेज मीट कहा जाता है। इसमें प्रोटीन चिकन-मटन से भी ज्यादा होता है, जो शरीर को ताकत और एनर्जी देता है।
बता दें कि 100 ग्राम सोयाबीन चंक्स में तकरीबन 52 से 54 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है, जबकि 100 ग्राम चिकन में इसकी मात्रा 27 से 30 ग्राम ही होती है। यही नहीं, 100 ग्राम मटन में तो प्रोटीन की मात्रा सिर्फ 25 से 26 ग्राम ही होती है। ऐसे में अगर आप प्रोटीन इनटेक बढ़ाना चाहते हैं तो सोयाबीन चंक्स को डाइट में शामिल कर सकते हैं।
सोयाबीन चंक्स में कैल्शियम और फॉस्फोरस मौजूद होता है। ये दोनों तत्व हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और दांतों को स्वस्थ रखते हैं। जो लोग दूध या पनीर कम खाते हैं, वे सोयाबीन चंक्स को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। यह बच्चों और बुजुर्गों दोनों के लिए अच्छा है।
सोयाबीन चंक्स खाने से लंबे समय तक भूख नहीं लगती। इसमें फाइबर ज्यादा होता है, जो पेट को भरा रखता है और बार-बार खाने से रोकता है। इस कारण यह मोटापा घटाने और फिट रहने के लिए बेहद फायदेमंद है। डाइट पर रहने वालों के लिए यह बेहतर विकल्प है।
इसमें आयरन की अच्छी मात्रा पाई जाती है। जो लोग खून की कमी यानी एनीमिया से परेशान हैं, उनके लिए यह बहुत फायदेमंद है। आयरन शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है और खून की कमी को दूर करता है। खासतौर पर महिलाओं के लिए यह बहुत उपयोगी है।
सोयाबीन चंक्स को पकाना बहुत आसान है। इसे भिगोकर किसी भी सब्जी, पुलाव, बिरयानी या करी में डालकर स्वादिष्ट बनाया जा सकता है। यह जल्दी पक जाता है और कम समय में पौष्टिक भोजन तैयार हो जाता है। स्वाद और सेहत दोनों में यह लाजवाब है।
डिस्क्लेमर: ये सलाह सामान्य जानकारी के लिए दी गई है। कोई फैसला लेने से पहले विशेषज्ञ से करें। मिंट हिंदी किसी भी परिणाम के लिए जिम्मेदारी नहीं है।