Bihar Board 10th Result 2025: बिहार बोर्ड 10वीं परीक्षा 2025 के नतीजे घोषित हो चुके हैं और राज्यभर के लाखों छात्र-छात्राओं के लिए यह खुशी और चिंता का समय है। करीब 15.85 लाख छात्रों ने इस साल परीक्षा दी थी और अब उनकी मेहनत का परिणाम सबके सामने है। इस बार लड़कों ने लड़कियों को पीछे छोड़ते हुए बाजी मारी है।
आइये जानें क्या इस साल के नतीजे पिछले साल से बेहतर रहे? क्या छात्रों ने नया रिकॉर्ड बनाया या इस बार प्रदर्शन कमजोर रहा?
बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2025 के परिणामों के अनुसार, इस साल पास प्रतिशत 82.11% रहा, जो पिछले साल के 82.91% से थोड़ा कम है। हालांकि, यह आंकड़ा बिहार बोर्ड के लगातार सुधार को दर्शाता है। लेकिन कुछ जिलों में पास प्रतिशत पिछले साल की तुलना में गिरा है, जिससे छात्रों और अभिभावकों की चिंताएं बढ़ गई हैं।
पिछले साल की तुलना में इस बार परीक्षा परिणाम में कई दिलचस्प बदलाव देखने को मिले हैं। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि लड़कों ने लड़कियों से बेहतर प्रदर्शन किया। लड़कों का पास प्रतिशत- 83.65% और लड़कियों का पास प्रतिशत- 80.67% रहा।
इस साल के टॉपर्स की सूची में शामिल छात्रों ने अपनी मेहनत और लगन से पूरे राज्य में नाम रोशन किया है।
साक्षी कुमारी- 97.80%
अंशु कुमारी- 97.80%
रंजन वर्मा- 97.80%
पुनीत कुमार सिंह- 97.60%
सचिन कुमार- 97.60%
प्रियांशु राज- 97.60%
मोहित कुमार- 97.40%
सूरज कुमार पांडेय- 97.40%
खुशी कुमारी- - 97.40%
प्रियांशु रंजन- - 97.40%
पिछले साल शिवांकर कुमार ने 489 अंकों के साथ टॉप किया था, लेकिन इस साल टॉपर्स की लिस्ट में कितने अंकों से बाजी मारी गई है, यह भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
रिजल्ट चेक करने के लिए बोर्ड द्वारा जारी वेबसाइट www.matricbiharboard.com और matricresult2025.com पर जाएं, जहां छात्र अपना रोल नंबर और रोल कोड डालकर नतीजे देख सकते हैं। जो छात्र अपने अंकों से संतुष्ट नहीं हैं, वे स्क्रूटनी (उत्तर पुस्तिका पुनर्मूल्यांकन) के लिए आवेदन कर सकते हैं, जबकि 1-2 विषयों में फेल हुए छात्रों को कम्पार्टमेंट परीक्षा में बैठने का अवसर मिलेगा।
बिहार सरकार ने इस साल टॉपर्स को मिलने वाली प्राइज मनी को भी बढ़ा दिया है। पहले स्थान पर आने वाले छात्र को ₹2 लाख, दूसरे स्थान वाले को ₹1.5 लाख और तीसरे स्थान वाले को ₹1 लाख की पुरस्कार राशि दी जाएगी। साथ ही, उन्हें लैपटॉप और ई-रीडर भी प्रदान किए जाएंगे ताकि उनकी आगे की पढ़ाई आसान हो सके।
इस बार के रिजल्ट से यह साफ हो गया है कि बिहार बोर्ड लगातार अपने शिक्षा स्तर को सुधारने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। हालांकि, कुछ जिलों में पास प्रतिशत कम होने से चिंता भी बनी हुई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अगले साल छात्र इस रिकॉर्ड को तोड़ पाते हैं या नहीं।