
Credit Card Expiry Date: आजकल शॉपिंग से लेकर बिल पेमेंट और ऑनलाइन सब्सक्रिप्शन तक जिंदगी का बड़ा हिस्सा क्रेडिट कार्ड पर टिका हुआ है। आसान EMI हो या अचानक कोई बड़ा खर्च, ये कार्ड हर जगह मददगार साबित होता है। लेकिन एक चीज है, जिस पर हममें से ज्यादातर लोग ध्यान ही नहीं देते हैं, वो क्रेडिट कार्ड की एक्सपायरी डेट है।कई बार एक्सपायरी डेट इग्नोर करने की वजह से पेमेंट फेल हो जाते हैं, सर्विस बंद हो जाती है और पेनाल्टी लग जाती है। आइए जानते हैं कि क्रेडिट कार्ड पर यह तारीख आखिर क्यों लिखी जाती है और इसका आपके पैसों पर क्या असर पड़ सकता है।
क्रेडिट कार्ड की एक्सपायरी का मतलब है वह तारीख जिसके बाद आपका कार्ड किसी भी तरह के पेमेंट के लिए बेकार हो जाएगा। ध्यान रहे, कार्ड ब्लॉक नहीं होता, बस उसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। आपका अकाउंट एक्टिव रहता है, लेकिन लेन-देन के लिए नया कार्ड चाहिए। ये तारीख सामने की तरफ MM/YY फॉर्मेट में लिखी होती है ताकि आपको आसानी से याद भी रहे।
अब जरा सोचिए, आपका नेटफ्लिक्स हो या अमेजन प्राइम, बिजली या फोन का बिल, हेल्थ और कार इंश्योरेंस का प्रीमियम, अगर ये सब ऑटोमेटिक पेमेंट पर सेट हैं और कार्ड एक्सपायर हो गया तो पेमेंट फेल हो जाएगा। इसके अलावा सर्विस बंद हो सकती है और पेनल्टी भी लग सकती है। यही कारण है कि बैंक आमतौर पर एक्सपायरी से 30-45 दिन पहले आपके पते पर नया कार्ड भेज देते हैं, ताकि आपको परेशानी न हो।
सीधे तौर पर तो कार्ड की एक्सपायरी से आपके CIBIL स्कोर पर कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन ग़लती तब होती है जब आप नए कार्ड से पेमेंट अपडेट करना भूल जाते हैं। अगर बिलिंग डेट मिस हो गई तो लेट पेमेंट चार्ज लगेगा और आपकी क्रेडिट हिस्ट्री खराब हो सकती है। आगे चलकर लोन या नया कार्ड लेने में यही परेशानी खड़ी कर देगा।