
Dussehra 2025: दशहरा, जिसे विजयदशमी भी कहते हैं, जीत और नए आरंभ का पर्व है। यह वह समय है जब दिव्य शक्ति सुनिश्चित करती है कि अच्छे कार्य पूरे हों और नकारात्मकता दूर हो जाए।
इस साल 2 अक्टूबर 2025 का दशहरा बहुत खास है क्योंकि यह सुखर्मा योग, रवि योग, बृहस्पति की शक्ति और बुध की उच्च स्थिति के साथ आ रहा है। हर राशि की अपनी ऊर्जा होती है और आज का दिन उस ऊर्जा को ब्रह्मांड से जोड़ने का सबसे शुभ समय है।
मेष (Aries): मंगल द्वारा शासित मेष राशि वाले हमेशा जोखिम उठाना और बड़े लक्ष्य बनाना पसंद करते हैं। इस दशहरे मंगल तुला में है, इसलिए सितारे कह रहे हैं कि बहादुरी के साथ-साथ समझदारी भी ज़रूरी है। जब आप हिम्मत को सोच-समझकर इस्तेमाल करेंगे, तो हर कदम पर जीत पक्की होगी।
वृषभ (Taurus): शुक्र के स्वामी वृषभ राशि को स्थिरता और सुरक्षा सबसे प्रिय है। इस समय शुक्र सिंह राशि में है, जो याद दिलाता है कि आपकी असली समृद्धि आपके धैर्य और संतुलन में है। शांत और संयमित रहेंगे तो सुख-शांति और धन अपने आप मिलेगा।
मिथुन (Gemini): बुध की राशि मिथुन इस दशहरे पर सबसे भाग्यशाली है क्योंकि बुध कन्या में ऊंचा होकर चमक रहा है। इस समय आपके विचार और शब्द बेहद शक्तिशाली हैं। साफ-साफ बोलें और ध्यान केंद्रित करें, सफलता और नाम अपने आप आपके पास आएंगे।
कर्क (Cancer): चंद्रमा की राशि कर्क को हमेशा शांति और सुरक्षा की तलाश रहती है। इस दशहरे पर आपको दिव्य सुरक्षा और भावनात्मक मजबूती मिलेगी। अपने आत्मविश्वास पर भरोसा करें, इससे रिश्तों में प्रेम और जीवन में तरक्की आएगी।
सिंह (Leo): सूर्य के स्वामी सिंह राशि वाले जन्म से ही दूसरों को प्रेरित करने के लिए बने हैं। इस साल शुक्र आपके आकर्षण को और बढ़ा रहा है। आप आत्मविश्वास और गरिमा से चमकेंगे, और जहां भी जाएंगे, सफलता और खुशियाँ आपका साथ देंगी।
कन्या (Virgo): बुध की उच्च स्थिति इस दशहरे पर कन्या राशि वालों के अनुशासन और मेहनत को निखार रही है। आपकी स्थिरता और बारीकी से काम करने की आदत हर कार्य में सफलता दिलाएगी। खुद पर भरोसा रखें, समर्पण और ध्यान से आपके लक्ष्य जरूर पूरे होंगे।
तुला (Libra): तुला राशि संतुलन और शांति चाहती है, लेकिन इस समय मंगल आपके राशि में है जिससे ऊर्जा बहुत ज़्यादा है। इस दशहरे याद रखें, संतुलित होकर कदम बढ़ाएं। जब आप समझदारी से काम करेंगे, रिश्ते और अवसर दोनों ही बढ़ेंगे और जीवन में समृद्धि आएगी।
वृश्चिक (Scorpio): इस साल शनि और बृहस्पति वृश्चिक राशि को और मज़बूत बना रहे हैं। संदेश यह है कि चुनौतियां असल में बाधाएं नहीं होतीं, बल्कि आपको और शक्तिशाली बनाती हैं। निडर होकर बदलाव का सामना करेंगे तो हर बार और अधिक सफलता पाएंगे।
धनु (Sagittarius): बृहस्पति की राशि धनु हमेशा ज्ञान और विकास पर आगे बढ़ती है। इस साल बुध और बृहस्पति का मेल बता रहा है कि पढ़ाई और नई चीज़ें सीखना आपके लिए सबसे ज़रूरी है। ज्ञान और आशा के रास्ते पर चलेंगे तो संपन्नता और आज़ादी दोनों मिलेंगी।
मकर (Capricorn): शनि के स्वामी मकर राशि वाले मेहनती और अनुशासित होते हैं। इस समय शनि मीन राशि में है, जो याद दिलाता है कि धैर्य का फल हमेशा मीठा होता है। आपकी मेहनत इतनी मज़बूत नींव बना रही है कि भविष्य में निश्चित रूप से सफलता, धन और सुख आपके जीवन में आएंगे।
कुंभ (Aquarius): शनि और राहु की राशि कुंभ नए विचार और प्रगति का प्रतीक है। इस समय राहु आपके राशि में है, जो बदलाव लेकर आएगा। जब आप आत्मविश्वास से बदलाव अपनाएँगे, तो आपकी अलग सोच और दृष्टि आपको नाम और सफलता दिलाएगी।
मीन (Pisces): बृहस्पति और वरुण (नेपच्यून) की राशि मीन आध्यात्मिकता और अंतर्ज्ञान से भरपूर है। इस समय शनि और वरुण आपके राशि में हैं, जिससे आपके सपने पूरे होने का समय है। अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुनेंगे तो शांति, धन और आध्यात्मिक तरक्की अपने आप जीवन में आएगी।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी सिर्फ धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं पर आधारित है। मिंट हिंदी इस जानकारी की सटीकता या पुष्टि का दावा नहीं करता। किसी भी उपाय या मान्यता को अपनाने से पहले किसी योग्य विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।)