Israel-Iran ceasefire: ईरान और इजरायल के बीच बीते 12 दिनों से चल रही जंग अब थम चुकी है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने औपचारिक रूप से सीजफायर की घोषणा की और कहा कि देश ने अपने महत्वपूर्ण लक्ष्य पूरे कर लिए हैं। इस दौरान दोनों देशों में मिसाइल हमले, मौतें और अमेरिका की एंट्री से तनाव चरम पर पहुंच गया था। लेकिन अब कुछ राहत की खबर है।
इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने बयान जारी कर कहा कि इजरायल ने ईरान के खिलाफ अपने प्रमुख सुरक्षा लक्ष्यों को हासिल कर लिया है। उनके अनुसार, “हमने परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल के दोहरे खतरे को खत्म किया, तेहरान के आसमान पर एयर कंट्रोल लिया और ईरानी सरकार के दर्जनों अहम ठिकानों को तबाह किया।”
नेतन्याहू ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भी खास तौर पर धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “हम अमेरिकी डिफेंस सपोर्ट और ईरान के परमाणु खतरे को खत्म करने में उनकी भूमिका के लिए आभारी हैं।” ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर सीजफायर की पुष्टि करते हुए दोनों देशों से इसका पालन करने की अपील की।
सीजफायर लागू होने से ठीक पहले ईरान ने इजरायल पर मिसाइल हमले किए, जिनमें से एक बीयरशेवा शहर की रिहायशी इमारत पर गिरा। इस हमले में 4 लोगों की मौत हो गई। ईरान की सरकारी मीडिया ने दावा किया कि ये मिसाइल हमले सीजफायर लागू होने से पहले के थे।
सीजफायर के तुरंत बाद ईरान ने कतर और इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर हमला किया। ईरान ने ये जवाबी हमला तब किया जब अमेरिका ने उनके तीन बड़े न्यूक्लियर साइट्स- इस्फहान, नतांज और फोर्डो पर हमला बोला।
इस 12 दिन की जंग की शुरुआत तब हुई जब इजरायल ने "ऑपरेशन राइजिंग लायन" नाम से ईरानी परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हमला किया। इसके बाद दोनों देशों के बीच लगातार रॉकेट, ड्रोन और मिसाइलों की बमबारी होती रही। ईरान में करीब 400 लोगों की मौत हुई, जबकि इजरायल में 24 लोग मारे गए।