
Maharashtra Farmers Flood: देशभर में सितंबर में हुई बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। पंजाब हो या महाराष्ट्र दोनों ही राज्यों में किसानों की फसलों का काफी नुकसान हुआ है। भारी बारिश से आई बाढ़ ने किसानों की कमर तोड़ दी है, जिसकी वजह से कई किसानों ने आत्महत्या तक कर ली है। इस मुश्किल समय में एनसीपी (शरद पवार गुट) के विधायक जयंत पाटिल ने राज्य सरकार से बड़ी राहत देने की मांग की है। उनका कहना है कि सरकार को केंद्र से मदद का इंतजार न करते हुए अपना खजाना खोलना चाहिए, ताकि बाढ़ पीड़ित किसानों को तुरंत सहारा मिल सके।
एनसीपी (शरद पवार गुट) के विधायक जयंत पाटिल ने राज्य सरकार से मांग की है कि किसानों को प्रति एकड़ 50 हजार रुपये की सहायता मिलनी चाहिए। इसके अलावा बाढ़ पीड़ित किसानों को दिए गए 5 हजार रुपये बहुत कम हैं, तत्काल उन्हें 10 से 15 हजार रुपये दिया जाए और किसानों के कर्ज माफी की भी घोषणा हो, जिससे किसान आत्महत्या करने से खुद को रोक सकें।
जयंत पाटिल ने किसानों की मदद के लिए राज्य सरकार से गुजारिश करते हुए कहा कि केंद्र से मदद जब आएगी, तब आएगी, लेकिन राज्य सरकार को तुरंत कदम उठाना होगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आज महंगाई और फसलों की तबाही को देखते हुए सरकार को अपनी तरफ से विशेष मदद का ऐलान करना चाहिए। अगर सरकार अभी कर्ज माफी करती है तो किसानों को बड़ी राहत मिलेगी और आत्महत्या की घटनाएं भी रुकेंगी।
उन्होंने राज्य सरकार को याद दिलाया कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने कहा था कि सही वक्त आने पर वो किसानों का कर्ज माफ करेंगे। ऐसे में ये आपदा किसानों के लिए बहुत बड़ी है। यही वो वक्त है, जब किसानों का कर्ज माफ कर देना चाहिए। ऐ पहले कह चुके हैं कि सही समय आने पर कर्ज माफी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों की मौजूदा कठिन परिस्थिति से बेहतर समय और कोई हो ही नहीं सकता। बता दें कि इस वक्त महाराष्ट्र में भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ से किसान काफी परेशान हैं। भारी बारिश और बाढ़ से मराठवाड़ा और पश्चिम महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। वहां पूरे के पूरे खेत बाढ़ में डूब गए हैं।