
पंजाबी सिंगर और एक्टर राजवीर जवंदा का 35 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे हिमाचल प्रदेश के बद्दी के पास एक भयानक बाइक हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। करीब दो हफ्ते तक गंभीर हालत में रहने के बाद उन्होंने मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में अंतिम सांस ली।
रिपोर्ट्स के अनुसार, हादसा उस समय हुआ जब राजवीर अपनी 1300cc बाइक से शिमला जा रहे थे। रास्ते में उनकी टक्कर आवारा मवेशियों से हो गई, जिससे उनकी बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई। बताया जाता है कि उस दिन उनकी पत्नी ने उन्हें बाइक से न जाने की सलाह दी थी, लेकिन राजवीर ने यह सफर जारी रखा। हादसे के बाद उनका परिवार और करीबी दोस्त गहरे सदमे में हैं।
हादसे के तुरंत बाद राजवीर को सोलन के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन चोटें गंभीर होने के कारण उन्हें बाद में फोर्टिस अस्पताल, मोहाली शिफ्ट किया गया। डॉक्टरों ने उन्हें लाइफ सपोर्ट पर रखा और लगातार इलाज जारी रखा। हालांकि पूरी कोशिशों के बावजूद उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ और हृदय संबंधी दिक्कतों के कारण उनकी मृत्यु हो गई।
उनके निधन की खबर से पंजाबी संगीत और फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई। फैन्स, साथी कलाकारों और कई जानी-मानी हस्तियों ने सोशल मीडिया पर दुख जताया। नेताओं और सेलिब्रिटीज, जैसे मनीष सिसोदिया ने भी परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि राजवीर एक प्रतिभाशाली और सरल स्वभाव के कलाकार थे, जिनका संगीत लोगों के दिलों को छू गया था।
लुधियाना जिले के जगरोआं के पोना गांव के रहने वाले राजवीर जवंदा ने अपने गानों जैसे तू दिस पेंदा, खुश रਿਹਾ कर, सरदारी, सरनेम, अफरीन, लैंडलॉर्ड, डाउन टू अर्थ और कंगनी से खूब लोकप्रियता हासिल की थी। उनकी दमदार आवाज़ और दिल छू लेने वाले बोलों ने उन्हें पंजाबी संगीत का एक प्यारा चेहरा बना दिया था।
गायकी के साथ-साथ उन्होंने फिल्मों में भी काम किया था, जिनमें सुबेदार जोगिंदर सिंह (2018), जिंद जान (2019) और मिंदो तहसीलदारनी (2019) शामिल हैं। फिल्मों में भी उनके अभिनय को दर्शकों ने खूब सराहा।
राजवीर जवंदा का अचानक जाना संगीत जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। उनकी मेहनत, सादगी और जोश से भरी शख्सियत हमेशा याद की जाएगी। भले ही उनका जीवन छोटा रहा, लेकिन उनके गीत और फिल्में आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेंगी और उन्हें हमेशा जीवित रखेंगी।