
Rakesh Kishore News: सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील राकेश किशोर इस वक्त सुर्खियों में हैं। सोशल मीडिया पर उनकी जाति को लेकर चर्चा हो रही है। सोशल मीडिया पर बढ़ती बहस को देखते हुए खुद राकेश किशोर ने अपनी जाति के बारे में बता दिया है। उन्होंने कहा कि वो खुद दलित हैं।
एक मीडिया वेबसाइट से बात करते हुए राकेश किशोर ने बताया कि लोग मुझे नहीं जानते हैं मैं ना तो पांडे हूं, ना ही मैं तिवारी हूं और ना गुप्ता। मैं दलित हूं और मैं अपना जाति प्रमाण पत्र दिखाने को भी तैयार हूं।
उन्होंने आगे कहा कि अगर आप गूगल में जाकर देखेंगे तो डॉक्टर राकेश किशोर लिखता हूं। मेरे सारे दस्तावेजों में यही लिखा हुआ है। किशोर जो मेरा सरनेम हैं उसे आप गूगल पर चेक कर सकते हैं। मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कह सकता है।
वहीं उच्चतम न्यायालय बार एसोसिएशन (एससीबीए) ने कोर्ट में भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) बी आर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील राकेश किशोर को ‘गंभीर कदाचार’ का दोषी मानते हुए उसकी सदस्यता तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी है। उन्होंने कहा कि सीजीएआई पर जूता फेंकने की कोशिश करना निंदनीय, अव्यवस्थित और असंयमित व्यवहार न्यायिक स्वतंत्रता पर सीधा हमला और पेशेवर नैतिकता, शिष्टाचार और सर्वोच्च न्यायालय की गरिमा का गंभीर उल्लंघन है।