
Shukrawar Ke Upay: सनातन हिंदू परंपरा के अनुसार, मां लक्ष्मी दिव्य स्त्री शक्ति की प्रतीक हैं और अपने भक्तों को ऐश्वर्य, धन और समृद्धि प्रदान करती हैं। शुक्रवार को माता लक्ष्मी की पूजा विशेष रूप से शुभ मानी जाती है।
इस दिन भक्त पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ मां लक्ष्मी का पूजन करते हैं। माना जाता है कि जो व्यक्ति कृतज्ञता, विनम्रता और सही धन प्रबंधन को जीवन में अपनाता है, उसे मां लक्ष्मी की कृपा से भौतिक सुख, आध्यात्मिक उन्नति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की विशेष कृपा पाने के लिए भक्तों को लक्ष्मी बीज मंत्र “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” का 108 बार जाप करना चाहिए। सफेद वस्त्र पहनकर और पूरे मन से माता लक्ष्मी की पूजा करते हुए इस मंत्र का जाप करने से धन, सौभाग्य और सफलता की प्राप्ति होती है।
शुक्रवार को श्री सूक्तम का पाठ करना अत्यंत शुभ माना जाता है। श्री सूक्तम का जाप करने से मानसिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा और भौतिक व आध्यात्मिक समृद्धि मिलती है। यह संबंधों में सुधार करता है, बाधाओं को दूर करता है और वातावरण को शुद्ध बनाता है।
हिंदू धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया गया है और माना जाता है कि 33 करोड़ देवी-देवता गाय में निवास करते हैं। शुक्रवार के दिन गाय को घी और गुड़ लगी हुई रोटी खिलाने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और धन-संपत्ति में वृद्धि होती है।
माता लक्ष्मी को लाल गुलाब और गुलाबी कमल का फूल अत्यंत प्रिय है। शुक्रवार को मां लक्ष्मी को ये फूल चढ़ाने से धन, सफलता और समृद्धि की प्राप्ति होती है। विशेष रूप से कमल का फूल लक्ष्मी जी का सबसे प्रिय माना जाता है।
शुक्रवार के दिन पांच पीले सिक्के, एक चुटकी केसर और एक चांदी का सिक्का पीले कपड़े में बांधकर सुरक्षित स्थान पर रखें। यह उपाय धन लाभ, नई आय के अवसर और कर्ज़ से छुटकारा पाने में सहायक माना जाता है।
इन सरल और प्रभावी उपायों को अपने शुक्रवार के दिनचर्या में शामिल करके आप मां लक्ष्मी की कृपा पा सकते हैं। चाहे मंत्र का जाप हो, श्री सूक्तम का पाठ हो या विशेष पूजा-विधि, हर उपाय भक्त और मां लक्ष्मी के बीच गहरा संबंध स्थापित करता है और जीवन में सुख-समृद्धि, सौभाग्य और उन्नति लेकर आता है।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी सिर्फ धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं पर आधारित है। मिंट हिंदी इस जानकारी की सटीकता या पुष्टि का दावा नहीं करता। किसी भी उपाय या मान्यता को अपनाने से पहले किसी योग्य विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।)