
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर दुनियाभर से बधाई संदेश मिले। विश्लेषक कहते हैं कि किसी भारतीय राजनेता को इतने बड़े पैमाने पर जन्मदिन की शुभकामनाएं शायद ही मिली हों, खासकर दुनियाभर के राष्ट्राध्यक्षों और प्रमुख हस्तियों से। यहां तक कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी रिश्तों में जमी हल्की बर्फ को पिघलाने के लिए भी प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिवस का अवसर ही चुना। उन्हें पीएम मोदी को फोन किया और जन्मदिन की बधाई दी। इसके साथ दोनों के बीच सीधी बातचीत का कुछ समय से बंद हुआ सिलसिला दोबारा चल पड़ा।
ऐसे में कोई भी सोच सकता है कि आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में ऐसा क्या विशेष है कि उन्हें इतना प्यार और स्नेह मिलता है, वो भी किसी एक क्षेत्र, एक वर्ग या एक तरह के विचार वाले व्यक्तियों से नहीं बल्कि चौतरफा! इसका जवाब भी 17 सितंबर, 2025 को प्रधानमंत्री मोदी को मिले जन्मदिवस की कुछ बधाइयों में ही ढूंढा जा सकता है। आइए देखते हैं कि पीएम मोदी लोगों को पसंद आते हैं तो क्यों।
भारतीय क्रिकेट टीम के तेज-तर्रार गेंदबाज ने पीएम मोदी के जन्मदिन पर अपना ही एक वीडियो शेयर किया। सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किए गए इस वीडियो में सिराज बता रहे हैं कि 2023 का वर्ल्ड कप हारने के बाद पूरी टीम बेहद मायूस थी। तभी पीएम मोदी ड्रेसिंग रूम में पहुंचे और अपने शब्दों से पूरी टीम में दोबारा जोश भर दिया। सिराज कहते हैं, 'वो (पीएम मोदी) हमारे से हार-जीत दोनों में खड़े रहे।' उन्होंने पीएम मोदी को एक सच्ची प्रेरणा बताया। उन्होंने इस वीडियो को
कश्मीरी युवा आईएएस शाह फैसल ने प्रधानमंत्री को उनके जन्मदिन पर कुछ इस तरह याद किया। 'मेरे जिंदगी में एक ऐसा वक्त आया जब मैंने खुद को एक गहरी खाई में पाया- प्रफेशनल लाइफ में और पर्सनल लाइफ में भी। कागज पर तो मेरी योग्यता का अब भी महत्व था, लेकिन दुनिया आगे निकल चुकी थी। दोस्त गुम हो गए, मान-प्रतिष्ठता धूमिल हो गई और वक्त जैसे ठहर सा गया। घोर निराशा के उस क्षण में मैंने सार्वजनिक सेवा में लौटने के लिए एक और प्रयास करने का संकल्प लिया। हालांकि मुझे संदेह था कि मेरे लिए कोई चांस लेगा। क्या मुझे कश्मीरी और मुसलमान होने के लिए जज किया जाएगा?'
फैसल आगे कहते हैं, 'मैंने जितना सोचा, उससे पहले ही रास्ता खुल गया। एक सच्चे दूरदर्शी ने मेरी सधी हुई शुरुआत और संघर्ष को मूल्यवान बनाया जिसने मुझे आकार दिया। ऐसा लगा कि उन्होंने मेरे सफर की मंशा को पढ़ लिया था। उन्होंने मुझे माफ कर दिया, ठीक वैसा है जैसा कि एक महान राजा करता है- आप कौन हैं, कहां से हैं इससे फैसला नहीं लेता बल्कि आपका उद्देश्य क्या है, यह समझता है। इसी भाव ने मुझमें मर्यादा का दोबारा संचार कर दिया। एक दिन मैं पूरी कहानी बताऊंगा, लेकिन आज इतना ही काफी है।' शाह फैसल पीएम मोदी को जन्मदिन की बधाई देते हुए आखिर में लिखते हैं, 'अरबों लोगों की जिंदगी में बदलाव लाने वाले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहुत बधाई।'
ध्यान रहे कि शाह फैसल यूपीएससी एग्जाम में टॉप करने वाले पहले कश्मीरी हैं। शाह ने 2010 में यूपीएससी पास की थी और जनवरी 2019 में आईएएस से रिजाइन कर दिया था। शाह फैसल ने जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट नाम का एक राजनीतिक दल बनाया, लेकिन भारत सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 377 को निरस्त कर दिया तब फैसल को लगा कि अब उनके लिए जम्मू-कश्मीर में राजनीति की जगह नहीं बची। उन्होंने अप्रैल 2022 में दोबारा आईएएस जॉइन कर लिया। आईएएस छोड़ने और दोबारा जॉइन करने के बीच उनके दिल पर क्या-क्या बीता, शाह फैसल ने उसकी छोटी सी झलक यहां दी है।
नौसेना में कमांडर अभिलाष टॉमी केसी ने पीएम को लेकर अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने लिखा, 'मैं दक्षिण हिंद महासागर में दूरदराज के द्वीप पर स्थित एक मेडिकल फैसिलिटी में पड़ा हुआ था। अभी-अभी नौका दुर्घटना का शिकार हुई और हमें बचाया गया। दूसरे दिन फ्रेंच डॉक्टर मेरे पास भागा-भागा आया और पूछा, 'क्या भारत के प्रधानमंत्री महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं?' मुझे यह सवाल बड़ा बकवास लगा, लेकिन उसने आगे कहा, 'वो (पीएम) आपको कॉल करने वाले हैं।'
मुझे लगा कोई मजे ले रहा है। लेकिन पीएम ने कॉल किया। उन्होंने मुझे याद दिलाया कि मैं उनसे उनके आवास पर मिला था और फिर उन्होंने मेरा हाल-चाल पूछा। हिचकियों, दर्द और सीने में जलन के बीच मैंने उनसे कहा कि उनके शब्दों ने मुझे समुद्र में लौटने का साहस दिया है। उन्होंने बाद में इसका जिक्र 'मन की बात' में किया। बात यहीं खत्म नहीं हुई। कुछ दिन बाद आईएएनएस सतपुरा पहुंच गया। मुझे एयरलिफ्ट किया गया और कमांडिंग ऑफिसर ने मुझे बताया कि पीएमओ हर 15 मिनट में अपडेट मांग रहा है! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की बहुत शुभकामनाएं।
अमेरिकी गायिका मेरी मिलिबेन का भारत से प्यार किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने दुनियाभर में कई बड़े-बड़े स्टेज शोज किए हैं। वो बताती हैं कि जो बाइडेन जब अमेरिका के राष्ट्रपति थे तब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के स्टेट विजिट पर गए थे। उस वक्त मिलिबेन की पहली मुलाकात पीएम मोदी से हुई थी। मिलिबेन को भारत का राष्ट्रीय गीत गाना था। वो इसका प्रैक्टिस कर रही थीं।
मिलिबेन कहती हैं, 'प्रधानमंत्री कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर अभी-अभी पहुंचे ही थे। मुझे लगा कि यहां का कार्यक्रम खत्म होने के बाद उनकी मुलाकात हो सकती है। लेकिन मैं ये देखकर दंग रह गई कि मैंने जैसे ही गाना बंद किया, वो स्टेज पर आ गए।' वो कहती हैं, 'यह एक सामान्य भाव था, फिर भी इसने मेरे दिल को छू लिया। हमने बातचीत की।' फिर वो कहती हैं, 'मैंने उनसे कहा कि वे एक असाधारण नेता हैं, जिनका भारत के 1.5 अरब लोग तो सम्मान करते ही हैं, विश्व भर में अन्य लाखों लोग भी उनका आदर करते हैं।'
मिलिबेन ने आगे कहा कि इस मुलाकात से उनका भारत के प्रति लगाव और बढ़ गया। वो कहती हैं, ‘उन्होंने (पीएम ने) मेरी गायकी, मेरे प्रदर्शन और भारत-अमेरिका मैत्री के लिए मेरे काम की सराहना की। वो एक छोटी सी मुलाकात बहुत बड़ी शुरुआत बन गई। मेरा एक ऐसे नेता के साथ निजी रिश्ता बन गया जिनका मैं तले दिल से सम्मान करती हूं। मेरे लिए यह सिर्फ एक मंच नहीं बल्कि के उदार और दूरदर्शी शख्सियत के साथ कुछ पल साझा करने जैसा था। ऐसा शख्स जो दुनियाभर के लोगों को प्रेरित करता है।’
पीएम मोदी के जन्मदिन #MyModiStory के साथ देश-विदेश की कई प्रसिद्ध हस्तियों ने अपनी यादें साझा कीं। उन्हें प्रधानमंत्री से कब और कैसे संपर्क हुआ और उनका क्या अनुभव रहा, लोगों ने दिल खोलकर अपनी-अपनी बातें बताईं। मोदी विरोधी इसे प्रायोजित बता रहे हैं। उनका दावा है कि बीजेपी आईटी सेल ने सबको स्क्रिप्ट लिखकर दी और लोगों ने उसे पढ़ दिया। सवाल है कि क्या कश्मीरी शाह फैसल से लेकर अमेरिका मेरी मिलिबेन तक, सबने झूठ कहा? क्या सबने बीजेपी की दी हुई स्क्रिप्ट पढ़ी? क्या नौसेना के कमांडर भी बीजेपी आईटी सेल के इशारे पर काम कर रहे हैं? इसका जवाब तो वही लोग दे सकते हैं।