
Success Story: गांव हो या शहर दूध की डिमांड हर जगह बनी रहती है। शहरों में दूध की समस्या थोड़ा ज्यादा होती है। हालांकि गांव में आसानी से दूध मिल जाता है। देश के बड़े शहरों में आज बी दूध काफी डिमांड है। जिसकी भरपाई नहीं हो पाती है। ऐसे में दूध की बढ़ती डिमांड को देखते हुए IIM के दो छात्रों ने इस कमी को पूरा करने की कोशिश में जुट गुए। इसके लिए इन दोनों छात्रों ने अपनी शानदार कॉर्पोरेट की नौकरी भी छोड़ दी। अब दूध और अन्य सामान की बिक्री से करोड़ों का साम्राज्य खड़ा कर दिया है। हम बात कर रहे हैं कंट्री डिलाइट के बारे में। इस कंपनी को दो छात्रों 50 गायों से शुरू किया था।
चक्रधर गाडे और नितिन कौशल आईआईएम इंदौर के स्टूडेंट रह चुके हैं। चक्रधर गाडे एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में इन्फोसिस में काम किया, जहाँ उन्होंने एक साल बिताया और फिर बदलाव का फैसला किया। इसके बाद वे इंडेक्स कैपिटल मैनेजमेंट में शामिल हो गए, जहाँ उन्होंने वाइस प्रेसिडेंट के रूप में काम किया। हालांकि, 2013 में, गाडे ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए कॉर्पोरेट की नौकरी को छोड़ने का फैसला कर लिया।
ऐसे ही नितिन ने एचएसबीसी (HSBC) में कॉर्पोरेट बैंकिंग में अपना करियर शुरू किया। हालांकि, दो साल बाद, नितिन ने बिजनेस में हाथ आजमाने का फैसला किया और अपने दोस्त-सहपाठी चक्रधर गाडे के साथ मिलकर कंट्री डिलाइट लॉन्च किया। दोनों की सूझबूझ से यह सफल साबित हुआ।
नितिन और चक्रधर को मालूम हुआ कि दिल्ली में 70 लाख लीटर दूध की खपत है। इसके लिए इन लोगों ने लक्ष्य रखा कि 1 लाख लीटर दूध की खपत को पूरा करेंगे। इसके लिए साल 2011 में 50 गाय खरीदकर दूध का बिजनेस शुरू किया। यहीं से कंट्री डिलाइट की शुरुआत हुई। इस कंपनी का मकसद लोगों तक ताजा और शुद्ध दूध पहुंचाना है। आजकल बाजार में मिलने वाला दूध कई बार मिलावटी होता है या उसे लंबे समय तक प्रोसेस करके भेजा जाता है। चक्रधर और नितिन ने इसे बदलने की ठानी। दूध की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए गायों की संख्या बढ़ाने में उन्हें दिक्कतें आने लगी। ऐसे में सीधे किसानों से दूध खरीदना शुरू कर दिया और अपने ग्राहकों के दरवाजे पर हमेशा ताजा दूध पहुंचाने का लक्ष्य पूरा करते रहे।
आज उनकी कंपनी अब सिर्फ दूध ही नहीं, बल्कि घी, पनीर, दही, फल, सब्जियां और रसोई की दूसरी जरूरी चीजें भी बेचती है। यह सब एक मोबाइल ऐप के जरिए होता है, जहां ग्राहक ऑर्डर करते हैं और सब्सक्रिप्शन के आधार पर डिलीवरी पाते हैं। कंपनी 18 शहरों और 11 राज्यों में काम करती है। कंपनी का मॉडल बाकी कंपनियों से बहुत अलग है। आज कंट्री डिलाइट के पास 5 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं, और हर महीने 50 लाख से ज्यादा ऑर्डर पूरे किए जाते हैं।
दूध की क्वालिटी के बारे में मिलेगी जानकारी
यह सीधे किसानों से दूध लेती है, जिससे मिलावट का खतरा कम होता है और किसानों को भी बेहतर कीमत मिलती है। इसके साथ ही लोगों को किट देती है जिससे दूध की क्वालिटी के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। दूध को टेस्ट करने के बाद पाश्चराइज किया जाता है और जल्दी से ग्राहकों तक पहुंचाया जाता है। साल 2022 तक, कंट्री डिलाइट ने अपनी पहुंच 15 शहरों तक बढ़ा ली है, जिसमें दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, बेंगलुरु, पुणे, मुंबई, हैदराबाद और चेन्नई जैसे प्रमुख महानगरीय क्षेत्र शामिल हैं। कंपनी के तेज़ी से विस्तार और शानदार उत्पाद पेशकशों ने इसके बढ़ते ग्राहक आधार में योगदान दिया है। कॉर्पोरेट नौकरियों से लेकर करोड़ों डॉलर का व्यवसाय बनाने तक की यह जोड़ी प्रेरणा का काम करती है।