वैकल्पिक चिकित्सा के क्षेत्र में मशहूर भारते के डॉ. अर्पित चोपड़ा जैन को हाल ही में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय पर बड़े सम्मान से नवाजा गया है। उनके योगदान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर सराहा गया है। डॉ. जैन को संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल एक्सीलेंस अवॉर्ड्स में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। यह कार्यक्रम 9 जून 2025 को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय, न्यूयॉर्क में ब्रॉडवे पर स्थित मार्टिनीक न्यूयॉर्क होटल में आयोजित किया गया, जिसका आयोजन संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल पीस काउंसिल ने किया।
इसके अलावा, डॉ. जैन को अंतरराष्ट्रीय पीस कॉन्क्लेव में उनके स्वास्थ्य, सामाजिक विकास, अंतरराष्ट्रीय शांति और वैश्विक सहयोग के क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए भी सम्मानित किया गया। उन्हें संयुक्त राष्ट्र के कॉरेस्पॉन्डेंट और वैश्विक मामलों के विश्लेषक द्वारा हस्ताक्षरित प्रशंसा पत्र प्रदान किया गया।
डॉ. अर्पित चोपड़ा जैन की इस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिली मान्यता ने न केवल भारत के लिए गर्व का अवसर पैदा किया है, बल्कि भारतीय वैकल्पिक चिकित्सा प्रणाली को भी विश्व स्तर पर नई पहचान दिलाई है। उनके कार्य चिकित्सा जगत के साथ-साथ देश की वैश्विक प्रतिष्ठा को भी बढ़ावा देते हैं।
डॉ. अर्पित चोपड़ा जैन ने होम्योपैथी के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है। अपने नए नजरिए और मरीजों की देखभाल के प्रति समर्पण की वजह से आज वो होम्योपैथिक जगत के जाने-माने चेहरे बन चुके हैं। 'आरोग्य होम्योपैथिक' के संस्थापक के रूप में वो लंबे समय से भारत में होम्योपैथिक इलाज को बढ़ावा देने में जुटे हुए हैं।
डॉ. चोपड़ा को खासतौर पर जटिल और पुरानी बीमारियों के सफल इलाज के लिए जाना जाता है। उनके काम ने होम्योपैथिक इलाज की दिशा को और आगे बढ़ाया है और इसके विकल्पों को लोगों तक पहुंचाने में मदद की है। 'आरोग्य होम्योपैथिक' के ज़रिए वे कई स्वास्थ्य जागरूकता अभियानों और जनहित कार्यक्रमों में भी लगातार सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।